इसरो ने एक्स पर पोस्ट कर बताया कि विक्रम लैंडर के पे लोड चस्ते, रंभा-एलपी और आईएलएसए पेलोड ने नई जगह पर इन-सीटू प्रयोग किए. इनके द्वारा जुटाए गए डेटा को पृथ्वी पर भेजा जा रहा है. भारतीय स्पेस एजेंसी ने कहा कि पेलोड अब बंद कर दिए गए हैं. लैंडर के रिसीवर चालू रखे गए हैं. सौर ऊर्जा खत्म हो जाने और बैटरी खत्म हो जाने पर विक्रम, प्रज्ञान के बगल में सो गया है. 22 सितंबर, 2023 के आसपास उनके फिर से जागने की उम्मीद है. उल्लेखनीय है कि 23 अगस्त को चंद्रयान-3 ने चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग की थी.
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