पटनाः केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को बिहार में नीतीश कुमार की महागठबंधन सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार, अराजकता और दमन का माहौल व्याप्त होने का आरोप लगाने के साथ ही चेतावनी भरे स्वर में कहा कि 2024 में भाजपा के सत्ता में आते ही सभी दंगाइयों को उल्टा लटका दिया जाएगा। शाह ने नवादा जिले के हिसुवा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए बिहारशरीफ और सासाराम में सांप्रदायिक तनाव के लिए पूरी तरह राज्य की नीतीश कुमार नीत सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि इन दोनों शहरों में आग लगी है और वह सासाराम में हिंसा की वजह से वहां नहीं जा पाए। भाजपा के प्रमुख रणनीतिकार माने जाने वाले शाह ने सासाराम की स्थिति के बारे में कहा कि वहां पर लोग मारे जा रहे हैं और गोलियां चल रही हैं।
प्रशासन का कहना है कि सासाराम और बिहारशरीफ में दंगों में अभी तक कोई हताहत नहीं हुआ है। भाजपा ने सासाराम में सीआरपीसी की धारा 144 लगाने को शाह की यात्रा को रद्द करने के लिए जिम्मेदार ठहराया है, जो सम्राट अशोक की जयंती के अवसर पर एक समारोह में शामिल होने वाले थे। हालांकि, रोहतास जिले के प्रशासन ने दावा किया है कि कोई निषेधाज्ञा लागू नहीं की गई है और उन पुलिस कर्मियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं, जो कैमरे के सामने लोगों को इसलिए घरों के अंदर रहने के लिए कहते हुए पकड़े गए हैं, क्योंकि धारा 144 लागू है।
शाह ने कहा मैंने स्थिति का जायजा लेने के लिए बिहार के राज्यपाल से बात की। ललन सिंह (जद (यू) के अध्यक्ष) इसका विरोध कर रहे हैं। उन्हें याद रखना चाहिए कि मैं देश का गृह मंत्री हूं। अगर बिहार में अराजकता कायम है, तो मैं मूक दर्शक नहीं बन सकता। राज्य देश का एक हिस्सा है। उन्होंने कहा, 2024 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को फिर से सत्ता में लाएं, और विधानसभा चुनाव में भाजपा की सरकार बनाने में मदद करें। सारे दंगाइयों को उल्टा लटका दिया जाएगा। शाह ने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद नीतीश सरकार खुद ही गिर जाएगी । उन्होंने नीतीश कुमार की महागठबंधन सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार, अराजकता और दमन का माहौल व्याप्त होने का आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार में कानून व्यवस्था मोदी जी ही ठीक कर सकते हैं।
शाह ने नीतीश के लिए राजग के दरवाजे हमेशा के लिए बंद होने के अपने कथन को फिर से दोहराते हुए कहा कि पिछले साल अगस्त में भाजपा को धोखा देने वाले नीतीश कुमार को एक सहयोगी के रूप में कभी भी स्वीकार नहीं किया जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्री ने पूर्व गठबंधन सहयोगी जद (यू) को अपने धुर विरोधियों राजद, कांग्रेस और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस के साथ एक ही पलड़े में रखते हुए कहा, कांग्रेस, जनता दल यू, राजद और ममता - इन सभी ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का विरोध किया था, लेकिन मोदी जी ने एक सुबह आधारशिला रखी और अब मंदिर आकार ले रहा है।
अपने करीब 30 मिनट के भाषण में पूर्व भाजपा अध्यक्ष ने महागठबंधन की खामियों को उजागर करते हुए कहा कि राजद प्रमुख और तेजस्वी यादव के पिता लालू प्रसाद उम्मीद लगाए बैठे हैं कि उनका बेटा मुख्यमंत्री बनेगा । उन्होंने कहा, लेकिन वह नीतीश को नहीं जानते हैं । नरेन्द्र मोदी के सत्ता में तीसरी बार लौटने के बाद नीतीश कुमार का प्रधानमंत्री बनने का सपना चूर-चूर हो जाएगा और वह तेजस्वी को सत्ता नहीं सौंपेंगे। शनिवार की रात को बिहार पहुंचे शाह ने हिसुआ के लिए रवाना होने से पूर्व भाजपा नेताओं के साथ चर्चा की और अपने विरोधियों पर तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया , जिसने आतंकवाद को पनपने में मदद की।
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