प्रकाश सिंह बादल को चंडीगढ़ में श्रद्धांजलि देंगे प्रधानमंत्री मोदी, पार्थिव शरीर के दर्शन के लिए उमड़ा जनसैलाब


पंजाब के पांच बार मुख्यमंत्री रहे प्रकाश सिंह बादल का मंगलवार को मोहाली के एक अस्पताल में निधन हो गया. वे 95 साल के थे. पूर्व मुख्‍यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चंडीगढ़ पहुंच रहे हैं. प्रकाश सिंह बादल का पार्थिव शरीर शिरोमणि अकाली दल के मुख्य दफ्तर सेक्टर 28 चंडीगढ़ में आम जनता के दर्शन के लिए रखा गया है. बादल के पार्थिव शरीर को अकाली दल के झंडे में लपेटा गया है. इसके बाद दोपहर में पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव पहुंचाया जाएगा. वीरवार को उनका अंतिम संस्‍कार किया जाएगा. पंजाब के पूर्व मुख्‍यमंत्री के निधन के चलते पंजाब सरकार ने 27 अप्रैल को सामूहिक अवकाश की घोषणा की है.

इस दौरान प्रकाश सिंह बादल के पार्थिव शरीर के दर्शन करने उनके करीबी दिखाई दिए. बसपा के प्रधान जसबीर सिंह गड़ी, सुखबीर बादल, एच एस हंसपाल, पूर्व वित्त मंत्री उपिंदर जीत कौर, भाजपा के विधायक के डी भंडारी समेत कई करीबी दोस्‍त और रिश्‍तेदार मौजूद रहे. प्रकाश सिंह बादल पहली बार वर्ष 1970 में पंजाब के सीएम बने थे. वर्ष 2017 में वह आखिरी बार इस पद पर थे. वह सिख-केंद्रित पार्टी शिरोमणि अकाली दल (SAD) के संरक्षक भी थे. बादल 12 फरवरी 1997 से 26 फरवरी 2002 की अवधि के बीच भी प्रदेश के सीएम बने थे.

बादल 1957 में पहली बार शिरोमणि अकाली दल से पंजाब विधानसभा के लिए चुने गए थे. वह 1969 में फिर से चुन कर आये और तत्कालीन पंजाब सरकार में सामुदायिक विकास, पंचायती राज, पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन मंत्री का पद संभाला. बादल कुल 10 बार विधान सभा के लिए चुने गए थे. वह 1972, 1980 और 2002 में विपक्ष के नेता थे. वर्ष 1997 के चुनावों में वे लंबी विधानसभा क्षेत्र से जीतकर विधानसभा पहुंचे थे. वर्ष 2007 के पंजाब विधान सभा चुनाव में शिरोमणि अकाली दल-भारतीय जनता पार्टी गठबंधन सरकार ने 117 में से 67 सीटें जीतीं और प्रकाश सिंह बादल ने चौथी बार मुख्यमंत्री के रूप में प्रदेश की बागडोर संभाली थी.

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