बौखलाए पाकिस्तान की UN से अपील- नफरत के आतंकवाद पर भी हो एक्शन


पाकिस्तान ने विश्व समुदाय से अपील करते हुए कहा है कि वो सभी तरह के आतंकवादी संगठनों और विचारधारा के खिलाफ कार्रवाई करे, फिर चाहे वो हिंदुत्व ही क्यों ना हो. पाकिस्तान ने सोमवार को संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद से कहा है कि आतंकवाद से मुकाबला करने के प्रयासों को केवल किसी खास विचारधारा या संगठन तक ही रोककर नहीं रखा जा सकता है. 

संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के स्थाई प्रतिनिधि मुनीर अकरम ने 15 सदस्यीय परिषद के सामने एक बहस के दौरान यह बात कही. यह बहस ''अंतरराष्ट्रीय शांति को खतरा और आतंकवाद से सुरक्षा'' विषय को लेकर थी. 

मुनीर अकरम ने कहा कि हमें ISIL, अल कायदा और उनसे जुड़े संगठनों के खिलाफ कार्रवाई तो करनी ही चाहिए, लेकिन हमें नफरत के आतंकवाद और महत्वाकांक्षा का भी सामना करना चाहिए. जो इन दिनों दूसरे स्रोतों से देखने को मिल रहा है. यहां तक कि भारत में जो हिंदू कट्टरपंथी कर रहे हैं. 

बता दें, पाकिस्तान ने दो दिन पहले ही एक लिस्ट जारी कर देश के 88 आतंकी संगठनों और उनके आकाओं पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया है. इस लिस्ट में भारत में आतंकी हमलों के जिम्मेदार हाफिज सऊद, मसूद अजहर और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का नाम भी शामिल है.

माना जा रहा है कि पाकिस्तान ने यह कार्रवाई फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की ग्रे लिस्ट से बाहर आने के लिए किया है. पाकिस्तान ने इन आतंकी संगठनों और उनके आकाओं की सभी संपत्तियों को जब्त करने और बैंक खातों को भी सील करने के आदेश दिए हैं.

पेरिस स्थित एफएटीएफ ने जून, 2018 में पाकिस्तान को ‘ग्रे लिस्ट’ में डाला था और इस्लामाबाद को 2019 के अंत तक कार्ययोजना लागू करने को कहा था लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण इस समय सीमा बढ़ा दी गई थी. 

सरकार ने 18 अगस्त को दो अधिसूचनाएं जारी करते हुए 26/11 मुंबई हमले के साजिशकर्ता और जमात-उद-दावा के सरगना सईद, जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख अजहर और अंडरवर्ल्ड डॉन इब्राहीम पर प्रतिबंधों की घोषणा की थी.

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