कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल का बड़ा हमला, कहा- चीन की भाषा बोल रहे हैं पीएम मोदी


पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर सियासी घमासान शुरू हो गया है. रविवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने पीएम मोदी के बयान पर सवाल उठाया है और करारा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी चीन की भाषा बोल रहे हैं.

सर्वदलीय बैठक में पीएम मोदी के बयान का जिक्र करते हुए कपिल सिब्बल ने कहा, 'पीएम मोदी ने कहा कि भारत की सीमा में न कोई घुसा है और न ही हमारी कोई पोस्ट किसी दूसरे के कब्जे में है. यह बात तो चीन भी बोल रहा है कि हमने भारत की सीमा में कोई घुसपैठ नहीं की है.'

कपिल सिब्बल ने सवाल उठाया कि अगर चीनी सैनिकों ने घुसपैठ नहीं की और कोई भारतीय क्षेत्र में आया ही नहीं, तो हिंसक झड़प कैसे हो गई.

उन्होंने कहा, 'पीएम मोदी से पहले विदेश मंत्रालय भी कह चुका है कि चीनी सैनिकों ने भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की, जिसके चलते गतिरोध और हिंसक झड़प हुई. पीएम मोदी और विदेश मंत्रालय के बयान विरोधाभाषी हैं. पीएम मोदी अपना बयान दे रहे हैं, जबकि रक्षा मंत्रालय और विदेश मंत्रालय अपने बयान दे रहे हैं.' इस दौरान कपिल सिब्बल ने चीन को लेकर मोदी सरकार पर कई सवाल दागे.

कांग्रेस नेता सिब्बल ने कहा कि कई रक्षा विशेषज्ञों, सेना के रिटायर अधिकारियों और सैटेलाइट तस्वीरों से भी साफ होता है कि चीन ने भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की है. कांग्रेस नेता ने कहा कि देश की हिफाजत करते हुए कर्नल संतोष बाबू समेत 20 जवान शहीद हो गए और 85 जवान घायल हो गए. इसके अलावा 10 जवानों को चीन ने पकड़ भी लिया था. अब पीएम मोदी कह रहे हैं कि चीनी सैनिकों ने कोई घुसपैठ ही नहीं की.

कांग्रेस नेता ने कहा कि पिछले 53 वर्षों में भारतीय सेना ने एलएसी पर चीन की हर घुसपैठ को नाकाम किया है. फिर चाहे साल 1967 में नाथूला में घुसपैठ की कोशिश रही हो या 1986 में सुमदोरोंग चू घाटी में या फिर अरुणाचल प्रदेश या साल 2013 में लद्दाख की डेपसांग घाटी में घुसपैठ की कोशिश रही हो.

कपिल सिब्बल ने मोदी सरकार पर दागे 5 सवाल

1. क्या पीएम मोदी का बयान कर्नल संतोष बाबू और 19 जवानों की वीरता और सर्वोच्च बलिदान का अपमान नहीं है, जिन्होंने गलवान घाटी से चीनी सैनिकों को खदेड़ने के लिए जान की बाजी लगा दी. क्या सरकार का यह कहना है कि इनका बलिदान व्यर्थ था?

2. क्या यह सही नहीं है कि चीन ने गलवान घाटी पर कभी दावा नहीं किया था? क्या यह भी सही नहीं है कि चीन ने अब गलवान घाटी अतिक्रमण किया है?

3. रक्षा विशेषज्ञों, सेना के अधिकारियों और सैटेलाइट तस्वीरों से साफ होता है कि चीन ने घुसपैठ की, तो सरकार इससे इनकार क्यों कर रही है?

4. आखिर सर्वदलीय बैठक में पीएम मोदी ने क्यों कहा कि हमारे क्षेत्र में किसी ने घुसपैठ नहीं की है? फिर पीएमओ ने इन शब्दों को अपने आधिकारिक बयान से क्यों हटा दिया? अगर हमारे क्षेत्र में किसी ने घुसपैठ नहीं की, तो 20 जवान कैसे शहीद हो गए, 85 गंभीर रूप से घायल हो गए और 10 अधिकारियों व जवानों को चीन ने पकड़ लिया था? विदेश मंत्रालय और पीएम मोदी के बयान विरोधाभाषी क्यों हैं?

5. गलवान घाटी में चीन के निर्माण को लेकर रक्षा मंत्रालय और विदेश मंत्रालय के बयान को पीएम मोदी क्यों खारिज कर रहे हैं?

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