दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन (डीएमए) ने राजधानी में डॉक्टरों को पिछले 3 महीने से वेतन भुगतान नहीं किए जाने के मुद्दे पर गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है.
डीएमए ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से कस्तूरबा अस्पताल, हिंदू राव अस्पताल सहित उत्तरी दिल्ली नगर निगम के अंतर्गत आने वाले विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों के रेजिडेंट डॉक्टरों के वेतन रोके जाने को लेकर उन्हें अवगत कराया है और इस पर हस्तक्षेप करने की मांग की है.
वहीं, डॉक्टरों को तनख्वाह न मिलने से जुड़े मामले में दिल्ली हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया है. अदालत ने दिल्ली सरकार, एमसीडी और केंद्र सरकार को नोटिस भेजकर शुक्रवार को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया है. हाईकोर्ट शुक्रवार को इस मामले की सुनवाई करेगा.
गौरतलब है कि कस्तूरबा अस्पताल और हिंदू राव अस्पताल में पिछले तीन महीने से डॉक्टरों को तनख्वाह नहीं मिल पाई है. इसके चलते डॉक्टरों ने हड़ताल की धमकी दे दी है. दिल्ली हाईकोर्ट ने मीडिया में आई रिपोर्ट पर संज्ञान लेते हुए इस मामले में सुनवाई करने का फैसला किया है. वहीं, इन अस्पतालों में कुछ डॉक्टर्स कोरोना संक्रमित भी हो गए हैं.
ये दोनों अस्पताल एमसीडी के अधीन आते हैं, लेकिन दिल्ली सरकार को एमसीडी के डॉक्टरों की तनख्वाह के पैसे देने होते हैं. अक्सर एमसीडी और दिल्ली सरकार के बीच फंड की परेशानी के चलते एमसीडी के कर्मचारियों को भी कई-कई महीने तक तनख्वाह नहीं मिल पाती है.
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