कोरोना का आतंक सम्पूर्ण विश्व में व्याप्त हो गया है। अमेरिका से लेकर लंदन, इटली, स्पेन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, आस्ट्रेलिया तक इसके हाहाकार से लोग त्रस्त हैं। वैसे तो मूल रुप से इसकी कोई औषधि अब तक सामने नहीं आई है पर फिर भी हमारे भारतीय रिसर्चरों ने हिन्दू ग्रंथों का सहारा लेकर कुछ अनुसंधान अवश्य किया है। कोरोना से बचने के उपाय जानने के लिए हमारे पाठकों ने अपनी रुचि जताई है –
“कोरोना का आतंक कब तक !” लेख पढ़कर लोगों ने जिज्ञासा की। हिन्दू ग्रंथों में संक्रामक रोगों से बचने के उपाय उपलब्ध हैं। आइए, उनके विषय में कुछ जानकारी प्राप्त करते हैं।
1. सूर्य नमस्कार
2. प्रणायाम
3. आत्म संयम
4. शुद्ध आहार
5. हल्दी लेपन स्नान
6. नीम के जल से स्नान
7. करेले के रस का सेवन करें अथवा सब्जी के तौर पर ग्रहण करें। इससे रक्त शुद्ध होगा।
8. तुलसी का काढ़ा का सेवन करें।
9. अदरक एवं गोल मिर्च का सेवन करें।
10. नीम की कुछ पत्तियां घर के हर कोने में रखें साथ ही मुख्य द्वार पर तोरण बनाकर लगायें।
11. पौधों को जल दें
12. अधिकाधिक उबला जल का सेवन करना चाहिए
13. सुबह शाम हवन करना चाहिए।
14. गूगूल और सूखे नीम पत्तों से शाम को धुंआ करें। इससे किटाणु आदि घर में नहीं पनपेंगें।
15. गहरी निद्रा से तनाव दूर होता है
इसके अलावा और क्या करें-
16. जितना संभव हो शुद्धता से भोजन बनायें- स्वयं भी सेवन करें और संभव हो तो दूसरों की भी मदद करें।
17. संक्रमण हाथ मिलाने से अधिक फैलता है – इसलिए भारतीय संस्कृति दोनों हाथ जोड़कर नमस्ते या अभिवादन करने की प्रक्रिया को ही सही मानती है।
18. बाहर का बना भोजन अथवा मिठाइयों का सेवन न करें।
19. बाहर से आने के बाद घर में यथासंभव घुसने के पहले हाथ पैर और मुंह सावधानी से धोने के उपरांत ही घर में प्रवेश करना चाहिए। इसीलिए घर में अतिथि के आने पर उसके चरण धुलवाने का विधान हमारी हिन्दू संस्कृति में है।
20. आसपास के इलाके स्वच्छ रखें जिससे जीवाणु न पनपें।
21. फिलहाल घर पर रहकर ही स्वयं को एवं स्वजनों को इस महामारी से बचायें।
इन बातों का ध्यान रखने से संक्रमण से रक्षा होगी। कोरोना महामारी से हम सभी बचे रहें ऐसी ईश्वर से प्रार्थना है।