मदद के लिए रोल मॉडल बनी विधाननगर पुलिस,घर-घर जाकर पहुंचा रही मजदूरी



युवाशक्ति टीम
-
कोलकाता : कोरोना से बचाव के लिए जहां इंसान अपने- अपने घरों में कैद हैं वहीं विधाननगर पुलिस दिन-रात अपने घरों से बाहर रहकर मानवता की सेवा कर रही है। इस अपात स्थिति में जन सेवाओं के लिए विधाननगर पुलिस रोल मॉडल बनती जा रही है। मौजूदा हालात में जरूरतमंद लोगों तक खाद्य सामग्रियों के साथ विभिन्न जरूरी सामान मुहैया कराने के बाद अब यहां की पुलिस घर-घर काम करने वाली नौकरानियों को उनकी मजदूरी पहुंचा रही है। जी हां, यह कोई कहानी नहीं बल्कि हकीकत है।


लॉकडाउन के कारण अपार्टमेंट के मालिकों ने अपनी नौकरानियों को छुट्टी दे दी है और महीना भी पूरा होने वाला है एवं लॉकडॉउन जारी है। मालिकों के पास और कोई रास्ता नहीं है जिससे की वे नौकरानियों तक उनके घरेलू मदद के वेतन पहुंचा सके। ऐसे में विधाननगर पुलिस ने मानवता दिखाते हुए घरेलू मदद की मजदूरी एकत्र कर उसे हकदारों को वितरित किया। पुलिस अधिकारियों ने घर-घर जाकर उनकी घरेलू मदद के बारे में जानकारी ली। उन्होंने टेलीफोन नंबरों के साथ पता और वेतन राशि को संग्रहित किया। प्राप्त पता एवं फोन नंबर के अनुसार नौकरानियों को उनकी मजदूरी वितरित की गई। विधाननगर पुलिस ने राजारहाट में एक बहुमंजिला अपार्टमेंट के निवासियों से धन एकत्र किया। वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए अपार्टमेंट के मालिकों ने खुद पुलिस को फोन किया था और उनसे पैसे इकट्ठा करने का अनुरोध किया था।


विधाननगर के पुलिस कमिश्नर एलएन मीणा ने युवा शक्ति  को बताया कि पुलिस अधिकारियों को एक डायरी दी गई थी जिसमें  एकत्र किए गए धन के सभी रिकॉर्ड थे। उसके बाद पुलिस ने क्षेत्रों की ओर धावा बोला और घरेलू मदद के लिए घर पहुंची। मीणा ने कहा, "पुलिसकर्मियों ने मदद के लिए पैसे, महीने का वेतन वितरित किया और इसे रजिस्टर में हस्ताक्षरित किया। हमने एक तस्वीर ली और निवासियों को बताया कि वेतन का भुगतान किया गया है।” स्थानीय निवासियों ने दावा किया कि ऐसा पहले कभी नहीं किया गया। उन्होंने पुलिस के इस कार्य की सराहना की। एक स्थानीय वाशिंदा ने कहा, "मैं घरेलू मदद के वेतन पहुंचाने में सहायता के लिए पुलिस का शुक्रगुज़ार हूं।"
Previous Post Next Post