दिल्ली के रामलीला मैदान में अरविंद केजरीवाल ने तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. इसके साथ सीएम केजरीवाल, कांग्रेस की शीला दीक्षित के बाद दिल्ली के सीएम पद की शपथ लेने वाले दूसरे नेता बन गए. हालांकि, केजरीवाल अरविंद केजरीवाल के शपथ ग्रहण समारोह में करीब-करीब पूरा विपक्ष गायब रहा. वहीं बीजेपी के नेता और रोहिणी विधानसभा से चुने गए विधायक विजेंद्र गुप्ता ही शपथ ग्रहण समारोह में नजर आए. इस दौरान उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी में भी परिवारवाद सिर चढ़कर बोल रहा है.
समारोह में आना मेरी नैतिक जिम्मेदारी: गुप्ता
शपथ ग्रहण समारोह के दौरान समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए विजेंद्र गुप्ता ने कहा, समारोह में आना मेरी नैतिक जिम्मेदारी है, क्योंकि मैं विपक्ष का सदस्य हूं. उन्होंने कहा कि AAP में नेपोटिज्म का ट्रेंड बन रहा है. रिश्तेदारों को आगे की लाइन में बैठाया गया है और मुझे पीछे धकेला जा रहा है. मुझे तो जहां कहेंगे बैठ जाउंगा. उन्होंने कहा कि परिवारवाद सिर चढ़कर बोल रहा है.
ना सीट मिली, ना गाड़ी की पार्किंग: गुप्ता
विजेंद्र गुप्ता ने अरविंद केजरीवाल को शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि उम्मीद थी कि नई सरकार कुछ नया करेगी, लेकिन निराशा झलक रही है.
बता दें कि सीएम केजरीवाल की शपथ में विजेंद्र गुप्ता को छोड़कर बीजेपी और कांग्रेस का कोई अन्य नेता नजर नहीं आया. विपक्ष से एक मात्र नेता समारोह में शामिल होने के बाद सीट नहीं मिलने का आरोप लगाया. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, पूरे देश के विपक्ष का एक मात्र सदस्य जो नैतिक जिम्मेदारी समझ शपथ ग्रहण में पहुंचा. ना सीट मिली, ना गाड़ी की पार्किंग.
सरकार के 2 करोड़ रूपये खर्च से भव्य शपथ ग्रहण समारोह आम आदमी पार्टी का राजनैतिक कार्यक्रम बनकर रह गया।— Vijender Gupta (@Gupta_vijender) February 16, 2020
पूरे देश के विपक्ष का एक मात्र सदस्य जो नैतिक ज़िम्मेदारी समझ शपथ ग्रहण मे पहुँचा।
ना सीट मिली,ना गाड़ी की पार्किंग।@DelhiPolice की मदद से मिंटो ब्रीज खड़ी अपनी कार तक पहुँचा। pic.twitter.com/kfN27UKAF6
वहीं, समारोह में पहुंचे विजेंद्र गुप्ता ने आजतक से बातचीत में कहा, उम्मीद है कि इस बार अरविंद केजरीवाल पुरानी गलतियों को सुधारेंगे. जो शिक्षकों के मामले में उन्होंने किया, वह दुर्भाग्यपूर्ण है. यह कहीं न कहीं उस मानसिकता को दर्शाता है, जिसमें तानाशाही झलकती है. उन्होंने कहा, जीत और कामयाबी का मंत्र होता है कि झुककर चलें. उन्होंने कहा कि जनता के लिए केंद्र और केजरीवाल सरकार मिलकर काम करें.
अरविंद केजरीवाल ने पीएम नरेंद्र मोदी सरीखे बीजेपी के सभी सातों सांसदों को भी न्योता भेजा था. हालांकि, कहा जा सकता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वाराणसी में कार्यक्रम होने के कारण नहीं आ पाए, लेकिन हैरत की बात है कि दिल्ली के बीजेपी के सभी सातों सांसद भी शपथ ग्रहण समारोह में नहीं पहुंचे.
वहीं, अरविंद केजरीवाल के शपथ ग्रहण समारोह में पंजाब, हरियाणा और यूपी के कई नेता और कार्यकर्ता पहुंचे थे. इसके अलावा शपथ ग्रहण समारोह में AAP ने 'दिल्ली के निर्माता' के रूप में यहां नामित 50 आम लोगों को आमंत्रित किया था. मुख्यमंत्री केजरीवाल और उनके साथ मंत्री पद की शपथ लेने वाले छह अन्य विधायकों ने इन 50 आम जन के साथ मंच साझा किया.
गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल ने आज तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. केजरीवाल ने इस बार नई दिल्ली विधानसभा सीट से बीजेपी के सुनील यादव को 21,697 वोटों से मात दी है.