शुरू हुई केजरीवाल की शपथ की तैयारी, पुरानी टीम के साथ ही चलेगी दिल्ली सरकार


दिल्ली के चुनाव में लगातार दूसरी बार प्रचंड जीत हासिल करने के बाद अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के लिए तैयार हैं. रविवार को अरविंद केजरीवाल तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे और इसका गवाह पूरी दिल्ली बनने जा रही है. काम पर चुनाव जीतने का दावा करने वाले अरविंद केजरीवाल ने तय किया है कि वह अपनी टीम में बदलाव नहीं करेंगे और साथ ही किसी बाहरी मेहमान को न्योता भी नहीं देंगे. शपथ ग्रहण को लेकर किस तरह की तैयारियां हो रही हैं, जानिए...

केजरीवाल मेजबान, पूरी दिल्ली मेहमान

बुधवार को नए विधायकों के साथ बैठक में अरविंद केजरीवाल को विधायक दल का नेता चुना गया, जिसके बाद शपथ की तारीख भी तय हो गई. रविवार यानी 16 फरवरी को दिल्ली के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में अरविंद केजरीवाल अपनी कैबिनेट के साथ शपथ लेंगे. इसके लिए पूरी दिल्ली को न्योता दिया गया है, मनीष सिसोदिया ने कहा कि आपका बेटा केजरीवाल फिर शपथ ले रहा है, ऐसे में पूरी दिल्ली को शपथ लेने के लिए आना चाहिए.

किसी बाहरी को न्योता नहीं, खींची नई लकीर

अरविंद केजरीवाल तीसरी बार मुख्यमंत्री बने और भाजपा को चुनौती दी तो उन्हें राष्ट्रीय नेता के तौर पर देखा जाने लगा. लगातार दो बार मोदी लहर को केजरीवाल रोकने में कामयाब रहे हैं लेकिन अब उन्होंने खुद को दिल्ली तक सीमित रखने का तय किया है. इसका उदाहरण शपथ ग्रहण में ही दिखने लगा है क्योंकि आम आदमी पार्टी किसी बाहरी मुख्यमंत्री या अन्य नेताओं को शपथ ग्रहण में नहीं बुला रही है.

इससे साफ है कि अरविंद केजरीवाल अभी भाजपा रहित या कांग्रेस सहित संगठन का हिस्सा नहीं बनना चाहते हैं और अकेले अपनी लकीर खींच रहे हैं. हालांकि, इससे पहले अरविंद केजरीवाल खुद अन्य मुख्यमंत्रियों के शपथ ग्रहण में जाते रहे हैं जिसमें कर्नाटक जैसे राज्य भी शामिल रहे हैं.

टीम वही, सोच नई!

प्रचंड जीत हासिल करके सत्ता में आई आम आदमी पार्टी में इस बार कई नए चेहरे भी हैं. राघव चड्डा, आतिशी, दिलीप पांडे समेत कई ऐसे चेहरे हैं जो संगठन में अहम रोल निभाते आए हैं और उम्मीद थी कि अबकी बार इन्हें सरकार में मौका मिलेगा. लेकिन अरविंद केजरीवाल कुछ नया सोच रहे हैं और उन्हीं मंत्रियों को दोबारा मौका देंगे जो पहले थे.

आम आदमी पार्टी का तर्क है कि जिस सरकार को काम पर वोट मिला है, ऐसे में उसी टीम का जारी रखना सही है. ऐसे में एक बार फिर उपमुख्यमंत्री की कुर्सी पर मनीष सिसोदिया दिख सकते हैं.

दिल्ली की कुल 70 सीटों में से 62 पर जीत दर्ज करने वाली आम आदमी पार्टी शपथ ग्रहण समारोह को ऐतिहासिक बनाना चाहती है. पार्टी ने सभी विधायकों को बड़ी संख्या में समर्थकों को लाने के लिए कहा है. गौरतलब है कि भाजपा को इस बार भी चुनाव में निराशा हाथ लगी है और मात्र 8 सीटों पर ही जीत दर्ज की पाई है.

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