घोटाला मामले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद ने झारखंड हाई कोर्ट में शुक्रवार को दुमका कोषागार से अवैध निकासी मामले में जमानत याचिका दाखिल की. याचिका में 29 माह से जेल में रहने और कई बीमारियों होने का हवाला दिया गया है. कहा गया है कि उन्हें शुगर, किडनी और हृदय से संबंधित बीमारियां है और बढ़ती उम्र के चलते उनके स्वास्थ्य में गिरावट हो रही है. इसे देखते हुए उन्हें जमानत दी जाए। लालू की ओर से अधिवक्ता देवर्षि मंडल ने हाई कोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की है.
बता दें कि इससे पहले हाई कोर्ट ने देवघर कोषागार से अवैध निकासी मामले में लालू प्रसाद को जमानत प्रदान कर चुकी है. सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार सजा की आधी अवधि जेल में काटने पर जमानत दिए जाने का प्रावधान है. इसी आधार पर उन्हें देवघर मामले में जमानत भी मिली है. दुमका वाले मामले में लालू प्रसाद ने करीब 29 माह जेल में बिता दिए हैं. फिलहाल उनका रांची स्थित राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में इलाज चल रहा है. उम्मीद जताई जा रही है कि 25 अक्टूबर को उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई हो सकती है.
चारा घोटाला के चार मामलों के सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने झारखंड हाई कोर्ट से जमानत की मांग की है. झारखंड उच्च न्यायालय में लालू ने याचिका दाखिल कर दुमका कोषागार मामले में बेल देने की गुहार लगाई है. रांची के रिम्स में अपनी गंभीर बीमारियों का इलाज करा रहे लालू ने उच्च न्यायालय में अपनी बीमारी का हवाला देकर जमानत की गुहार लगाई है. अब इस मामले में 25 अक्टूबर को सुनवाई होगी.
बता दें कि इससे पहले झारखंड हाई कोर्ट ने जुलाई माह पूर्व उन्हें देवघर कोषागार मामले में जमानत दी थी. तब इस मामले में आधी सजा काटने के सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के हवाले से हाई कोर्ट से जमानत की मांग की गई थी. उच्च न्यायालय ने देवघर कोषागार मामले में उन्हें राहत दी है. इधर दुमका मामले में लालू प्रसाद को 7 साल की सजा सुनाई गई है। ऐसे में लालू ने बीमारी का हवाला देकर जमानत की मांग की है.
इधर लालू की सेहत को लेकर डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें रोज 85 मिलीग्राम तक इंसुलिन का डोज दिया जाता है. फिलहाल उनकी किडनी 60 फीसद तक काम कर रही है. रांची के रिम्स में लालू की देखरेख कर रहे चिकित्सक डॉ डीके झा के मुताबिक उन्हें शाकाहारी भोजन करने का निर्देश दिया गया है। अभी उनकी सेहत स्थिर है.