अपने अभिनय की पारी टीवी से शुरू करने वाले सुपरस्टार शाहरुख़ खान को लगता है कि फ़िल्मों के बजाए टेलीविज़न में ज्यादा स्कोप है. शाहरुख़ ने एक समारोह में मीडिया से बात करते हुए कहा कि वो मानते हैं कि टीवी किसी कहानी को बताने में ज़्यादा सफल होता है.
वे कहते हैं, "फ़िल्म में किसी भी बात को कहने के लिए मात्र दो से तीन घंटे का सीमित समय होता है वहीं टीवी में ऐसा कोई बंधन नहीं है."
वो आगे कहते हैं,"मेरा मानना है कि कई मामलों में टीवी इंडस्ट्री बड़ी स्क्रीन से ज्यादा कारगर साबित होती है क्योंकि यहां निर्देशक के पास किसी जटिल कहानी को कहने के लिए समय मिलता है."
किंग ख़ान ने इशारों में ये भी माना की वे टीवी इंड्रस्टी में फिर से वापसी कर सकते हैं बशर्ते इस बार करने के लिए कुछ नया हो.
शाहरुख़ इससे पहले गेम शो होस्टिंग (केबीसी, पांचवी पास, सबसे शाणा कौन, टोटल वाइपआउट) और ड्रामा के तौर पर फ़ौजी, सर्कस और वागले की दुनिया जैसे धारावाहिक कर चुके हैं.
शाहरुख़ को हॉलीवुड के टीवी शोज़ का अंदाज़ पसंद आता है. अनिल कपूर के '24' और प्रियंका चोपड़ा के 'क्वांटिको' जैसे नए फ़ॉर्मेट की ओर इशारा करते हुए वो कहते हैं, "आजकल शॉर्ट सीरीज़ वाले धारावाहिक लिखे जा रहे हैं जो कुछ एपिसोड में ख़त्म हो जाते हैं और यह दर्शकों को बांधकर रखते हैं क्योंकि ये सालोसाल नहीं चलते."
शाहरुख़ कुछ ऐसा लेकर आ रहे हैं, इस बात की उन्होंने पुष्टि नहीं की लेकिन उनके इस बयान के बाद ये कयास लगाया जा रहा है कि वे एक बार फिर और अपने करियर में आठवीं बार टीवी पर वापसी कर सकते है.