युवा शक्ति, कोलकाता: 23 सितंबर को सुबह 12 बजे से 6 बजे के बीच हुई मूसलाधार बारिश ने कोलकाता में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। शहर के कई हिस्सों में 300 मिमी से भी अधिक बारिश दर्ज की गई, जिसने 23 सितंबर 2007 को आई बाढ़ की यादें ताज़ा कर दी हैं।
महज 6 घंटों की इस बारिश ने शहर में रिकॉर्ड तोड़ जलजमाव पैदा कर दिया है, जिससे सड़कें और गलियाँ पानी में डूब गई हैं।
यह घटना शहर के लिए एक चेतावनी है, क्योंकि 2007 में भी इसी दिन भयंकर बाढ़ की शुरुआत हुई थी। इस साल हुई अप्रत्याशित बारिश ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि कोलकाता जैसे महानगरों को जल निकासी की व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
प्रमुख क्षेत्रों में वर्षा की स्थिति:
* भवानीपुर: 243 मिमी
* बालीगंज: 295 मिमी
* गड़िया: 270 मिमी
* जादवपुर: 258 मिमी
* अलीपुर: 240 मिमी
* बेहाला: 215 मिमी
* पार्क स्ट्रीट: 184 मिमी
अन्य इलाकों में भी 150 मिमी से 200 मिमी तक की भारी बारिश दर्ज की गई है, जिनमें बाराबाजार, शिबपुर, गड़ियाहाट, बरिशा, संतोषपुर, मुकुंदपुर, कसबा, कांकुरगाछी, न्यूटाउन, साल्टलेक और बागुईहाटी शामिल हैं। वहीं, दक्षिण दमदम और सिंथी जैसे इलाकों में भी भारी बारिश हुई है, हालांकि वहाँ जलजमाव की स्थिति थोड़ी बेहतर रही।
इस ऐतिहासिक बारिश के बाद, शहर में कई जगहों पर यातायात पूरी तरह ठप हो गया है और लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन जल निकासी के लिए तुरंत कदम उठा रहा है, लेकिन लगातार बारिश के कारण राहत कार्यों में बाधा आ रही है।

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