बोकारो के समीर कुमार की कोयंबटूर में मौत:शव लेकर राजभवन के बाहर प्रदर्शन, सीबीआई जांच की मांग


रांची: रांची के रक्षाशक्ति यूनिवर्सिटी (Rakshashakti University) में असिस्टेंट प्रोफेसर (Assistant Professor) रहे समीर कुमार (28) की संदेहास्पद परिस्थिति में कोयंबटूर के करूण्या इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस में मौत हो गई. समीर ने रांची से रिजाइन कर कोयंबटूर में ज्वाइन किया था. 

परिजन समीर की हत्या का आरोप लगा रहे हैं. समीर ने 4 सितंबर की देर रात तक घरवालों से बात की थी.  इसके बाद 5 सितंबर को इंस्टीट्यूट की तरफ से कॉल करके बताया गया कि समीर ने आत्महत्या कर ली है. 

आज राजभवन (Rajbhawan) के समीप समीर के परिजनों और रक्षाशक्ति यूनिवर्सिटी के छात्रों ने समीर के शव को रखकर प्रदर्शन किया. वे न्याया दिलाने की मांग कर रहे हैं. मौके पर पुलिस प्रशासन पहुंची और परिजनों से बातचीत की. इस दौरान रांची विधायक सीपी सिंह, गोमिया विधायक डॉ लंबोदर महतो, रांची सांसद संजय सेठ सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे.

समीर की बहन आकांक्षा रांची रक्षाशक्ति यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं. उन्होंने बताया कि समीर रक्षाशक्ति यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर थे. यहां से छोड़कर वह कोयंबटूर स्थित करूण्या इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस ज्वाइन किये थे. बातचीत के दौरान समीर ने बताया था कि यहां सबकुछ ठीक नहीं है. कैंपस के कई हॉस्टल में से एक हॉस्टल का वार्डन बनाया गया था. 

हालांकि इसके लिए उसने मना किया था. तब एसओडी ने एक महीने में बदलाव की बात कही थी. इस बीच चार सितंबर को उसकी बातचीत मां से हुई थी. बहन आकांक्षा ने बताया कि समीर ने घर में बताया था कि यहां उसे टीका-चंदन लगाने से मना किया जाता है. उसने यह भी बताया था कि इंस्टीट्यूट के हॉस्टल में गांजा और दूसरे नशे का सेवन स्टूडेंट्स करते हैं. बहन का कहना है कि या तो टीका-चंदन की वजह से या उसने हॉस्टल में स्टूडेंट्स को कुछ करते देख लिए जाने की वजह से उसकी हत्या कर दी और उसे आत्महत्या का नाम दे दिया.

14 अगस्त को संस्थान में किया था ज्वाइन

बोकारो जिले के दांतू निवासी समाजसेवी विवेकानंद नायक के बेटे समीर ने कोयंबटूर स्थित करूण्या इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस में 14 अगस्त को ज्वाइन किया था. उसे अपने घरवालों से दुर्गा पूजा में घर आने की बात कही थी. उसका एक भाई प्रवीर कुमार मुंबई में रहता है. समीर के मौत की खबर सुन कर वह मुंबई से सीधा कोयंबटूर पहुंचा था. राजभवन में बातचीत के क्रम में परिजनों ने इस मामले में एचओडी की भूमिका पर संदेह उत्पन्न किया है. कहा कि समीर की नियुक्ति असिस्टेंट प्रोफेसर में हुई थी. उसे जबरदस्ती वार्डन में ज्वाइन करा दिया है.

सीबीआई जांच की मांग

राजभवन में मौजूद गोमिया विधायक लंबोदर महतो ने कहा कि संस्थान और वहां का जिला प्रशासन इसे आत्महत्या कही रही है जबकि यह पूरी तरह से हत्या है. फोटो और वीडियो जो सामने आया है, उसमें उसका पैर जमीन में है. उसे मार कर हत्या का रूप दिया गया है. हमारी मांग है कि मृतक का फिर से पोस्टमार्टम हो. मेडिकल बोर्ड का गठन हो. इस हत्या की सीबीआई जांच हो. वहां की राज्य सरकार, जिला प्रशासन और संस्थान का रवैया पक्षपातपूर्ण है. झारखंड सरकार इसे गंभीरता से ले और सीबीआई जांच कराए.

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