बिहार में समस्तीपुर जिले के विभूतिपुर थाना क्षेत्र में बीते दिनों हुए पूर्व मुखिया और उनके सहयोगी के डबल मर्डर कांड मामले में विभूतिपुर के पूर्व विधायक को नाटकीय ढंग से छपरा स्टेशन से गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया है.
स्थानीय पुलिस और रेल पुलिस ने संयुक्त रूप से छापेमारी करते हुए हत्याकांड के मुख्य आरोपी विभूतिपुर से जदयू के पूर्व विधायक रामबालक सिंह को छपरा रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया है. वह हत्याकांड के बाद से ही फरार चल रहे थे.
गिरफ्तार होने के बाद पूर्व विधायक ने अपने ऊपर लगे आरोप को सिरे से ख़ारिज करते हुए कहा कि वह रोसड़ा कोर्ट में सरेंडर करने ही जा रहे थे. उन्होंने कहा की घटना के दिन वे मौके पर मौजूद नहीं थे, वह एक शादी समारोह में थे लेकिन इसके बावजूद उन्हें साजिश के तहत आरोपी बनाया गया है. उन्होंने कहा की कई दिनों से उनके ऊपर राजनीति छोड़ देने का दवाब बनाया जा रहा है. इसी को लेकर ऐसी साजिश रची गयी है.
उल्लेखनीय है कि 20 फरवरी 2023 को बाइक सवार बदमाशों ने विभूतिपुर प्रखंड के सिंघिया बुजुर्ग दक्षिण पंचायत के पूर्व मुखिया सुरेंद्र प्रसाद सिंह और उनके सहयोगी सत्यनारायण महतो को गोली मारकर हत्या कर दी थी. पूर्व मुखिया सुरेंद्र प्रसाद सिंह को 7 गोली लगी, जबकि उनके सहयोगी सत्यनारायण सिंह को एक गोली लगी थी. उस वक्त दोनों बाइक पर सवार होकर चिमनी की ओर जा रहे थे. इस घटना के बाद विभूतिपुर में जमकर बवाल हुआ था.
इस मामले में पूर्व मुखिया के भाई ने नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई थी. जिसमें विभूतिपुर के पूर्व विधायक रामबालक सिंह, उनके भाई लालबाबू सिंह समेत छह लोगों को आरोपित किया गया था. इससे पूर्व एसपी विनय तिवारी ने प्रेस वार्ता कर हत्या का कारण पूर्व विधायक का अश्लील वीडियो वायरल कर देने की धमकी देना बताया गया है.
Post a Comment