आइकोर चिटफंड घोटाले में सोमवार को बंगाल की ममता सरकार के मंत्री मानस भुइयां केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो ( सीबीआइ) के समक्ष पेश नहीं हुए। केंद्रीय जांच एजेंसी ने उन्हें पूछताछ के लिए तलब किया था। मानस को सीबीआइ के साल्टलेक के सीजीओ कांप्लेक्स स्थित दफ्तर में हाजिर होने को कहा गया था। उन्होंने सीबीआइ को पत्र देकर सूचित किया है कि उनके विधानसभा इलाके में बारिश हो रही है। इलाके में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। इस कारण वह हाजिर नहीं हो पाएंगे।
दरअसल आइकोर के एक कार्यक्रम का पुराना वीडियो सामने आया था, जिसमें मानस भुइयां ग्रुप के समर्थन में वक्तय्य रखते दिख रहे हैं। सीबीआइ के अधिकारी आइकोर समूह के प्रमुख के साथ उनके संबंधों को लेकर पूछताछ करने वाले थे। बताते चलें इसी चिटफंड मामले में सीबीआइ ने पिछले दिनों ममता सरकार के मंत्री पार्थ चटर्जी से पूछताछ की थी।
आइकोर घोटाले में अब तक जिन लोगों ने पूछताछ की गई है, उनमें से कुछ ने भी मानस भुइयां का नाम सामने उल्लेख किया है। सीबीआइ का मानना है कि मानस भुइयां से पूछताछ करने पर मामले से जुड़ीं कई महत्वपूर्ण जानकारियां हाथ लग सकती हैं।
गौरतलब है कि 2015 में आइकोर चिटंफड घोटाला सामने आया था। पहले जांच का जिम्मा सीआइडी को सौंपा गया था, जिसने मामले में आइकोर ग्रुप के प्रमुख अनुकूल माइती, उनकी पत्नी व ग्रुप के दो निदेशकों को गिरफ्तार किया था। बाद में जांच का जिम्मा सीबीआइ को सौंप दिया गया था।
आइकोर समूह ने बंगाल, ओडिशा, असम, झारखंड और बिहार के लाखों लोगों के करोड़ों रुपये गबन कर लिए हैं। गत 17 अगस्त को ईडी ने आइकोर चिटफंड समूह के प्रमुख रहे दिवंगत अनुकूल माइती की पत्नी कणिका माइती को भी पूछताछ के लिए बुलाया था। उन्होंने कई सारे दस्तावेज भी जमा कराए हैं जिसमें इन दोनों नेताओं के संबंधों की जानकारी मिली है।
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