राजद सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव से जुड़ी एक बड़ी खबर है। लालू प्रसाद को फिर जेल जाना पड़ सकता है। अगले दो माह में केस की सुनवाई पूरी हो सकती है। रांची जिले के डोरंगा कोषागार से हुई अवैध निकासी के मामले में शनिवार को अभियोजन पक्ष की ओर से बहस पूरी कर ली गई। सीबीआइ के विशेष जज एसके शशि की अदालत ने अभियुक्त पक्ष को बहस के लिए दो दिन बाद नौ अगस्त का समय दिया है। मालूम हो कि चार माह पहले ही झारखंड हाई कोर्ट ने सीबीआइ कोर्ट को छह माह में सुनवाई पूरी कर लेने के लिए कहा था। इसमें चार माह बीत चुके हैं। ऐसे में अब मात्र दो माह बचे हैं, जिसमें सुनवाई पूरी कर लेनी है।
अब देखना यह है कि लालू प्रसाद के मामले में दो माह में फैसला आता है या नहीं। हाई कोर्ट के निर्देश के अनुरूप ऑनलाइन सुनवाई दोबारा आरंभ हुई है। बता दें कि चारा घोटाला मामले में डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी आरसी 47/96 मामले में लालू प्रसाद यादव सहित 110 आरोपित ट्राइल फेस कर रहे हैं। चारा घोटाला 139.35 करोड़ रुपये का है। सीबीआइ की ओर से केस की पैरवी विशेष लोक अभियोजक बीएमपी सिंह कर रहे हैं। लालू प्रसाद अभी जमानत पर जेल से बाहर हैं।
लालू प्रसाद चारा घोटाला के अन्य मामलों की सजा काटते हुए रांची के बिरसा मुंडा जेल के कैदी रहे। इस दौरान उन्होंने अपनी कई गंभीर बीमारियों का इलाज रांची के रिम्स में कराया। इलाज के दौरान वे रिम्स के पेइंग वार्ड और रिम्स निदेशक के बंगले में भी रहे। बाद में उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो जाने पर उन्हें दिल्ली के एम्स ले जाया गया।
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