सचिवालय सूत्रों के मुताबिक आमंत्रण शिष्टाचार जनित है। यह राजनीतिक से दूर है। ममता बनर्जी तथा दिलीप घोष ने हल्के मूड में मॉर्निंग वॉक, फिजिकल एक्सरसाइज, खान-पान आदि पर बात की। पता चला है कि ममता ने नवान्न में चाय पर न्यौते के अलावा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को काली पूजा पर अपने घर भी बुलाया है। सूत्रों ने कहा कि इस दौरान ममता बनर्जी ने सामने बैठे सुवेंदु से शिष्टाचार के आदान प्रदान की बात तो दूर उन्हें पूरी तरह अनदेखी की।
सुवेंदु को देखना नहीं चाहतीं ममता
-बताते चलें कि ममता बनर्जी भाजपा में शामिल होने के बाद से ही सुवेंदु अधिकारी को फूटी आंख भी नहीं देखना चाहती हैं। कुछ दिन पहले बंगाल यात्रा के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी की यास तूफान से हुए नुकसान की समीक्षा के लिए बुलाई गई बैठक में ममता इसलिए शामिल नहीं हुईं थीं कि इस बैठक में सुवेंदु अधिकारी भी मौजूद थे। ममता ने सवाल किया था कि इस बैठक में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी का क्या काम था? मालूम हो कि विधानसभा चुनाव में सुवेंदु ने नंदीग्राम सीट से ममता बनर्जी को पराजित किया है।
गौरतलब है कि कुछ साल पहले ममता बनर्जी ने वाममोर्चा के चेयरमैन बिमान बोस समेत वामो के कुछ नेताओं को राज्य सचिवालय में चाय पर बुलाया था। जहां वामो नेताओं ने ममता के साथ बैठ कर चाय और फिश फ्राई का लुफ्त उठाया था।
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