गया जिलाधिकारी अभिषेक सिंह गया जिले के सुदूर बांकेबाजार प्रखंड के परसवां खुर्द पंचायत के बेला गांव में गुरुवार को लेमनग्रास की खेती का निरीक्षण किया। केंद्रीय सहायता से किसानों को लेमनग्रास की खेती के लिए शत प्रतिशत अनुदान दिए जाने की चर्चा किया और बेला गांव के किसानों को प्रोत्साहित करते हुए अन्य लोगों को लाभ उठाने की बात कही।
इस अवसर पर सर्व सेवा समिति के मोटिवेटर रजनी भूषण एवं इंजीनियर राजेश कुमार लेमनग्रास की खेती से होने होने वाले फायदे को विस्तार से बताया। बता दें कि बेला में 20 एकड़ में केंद्रीय सहायता से लेमनग्रास की खेती की जा रही है। यह बताया गया कि लेमनग्रास से तेल निकालने की मशीन सरकारी स्तर पर लगाई जाएगी। यह योजना 12 लाख की बताई गई।
निरीक्षण के बाद आम सभा आयोजन कर जिलाधिकारी द्वारा किसानों को संबोधित किया। ये पहले जिलाधिकारी है जो आजादी के बाद बांकेबाजार के मोरहर नदी पर जंगल से सटे गांव में पहुंचकर किसानों एवं ग्रामीणों को प्रोत्साहित किया है। आज तक इस गांव में न जन प्रतिनिधि सुध लेने का काम कि और न कोई सरकारी अधिकारी।
गौरतलब है कि बिहार में गया इकलौता जिला है, जहां के लोग सबसे ज्यादा स्वरोजगार पर निर्भर हैं। चाहे किसानी हो या बुनकर विधि, सभी में गया जिले के लोगों ने अव्वल प्रदर्शन कर राष्ट्रीय स्तर पर अपना लोहा मनवाया है। प्रशासनिक अफसरों ने उनकी मांगों को सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया है।
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