बंगाल के बाहर भी 21 जुलाई की तैयारी, दीदी तमिलनाडु की दीवारों पर बनी ममता अम्मा

बंगाल की सर्वप्रिय दीदी ममता बनर्जी तमिलनाडु की दीवारों पर ममता अम्मा बनकर लोकप्रियता बंटोर रही है। दक्षिण भारत के तमिलनाडु में ममता अम्मा के नाम का दीवार लेखन देखा जा रहा है। दरअसल 21 जुलाई ( शहीद दिवस) की तृणमूल की महारैली इस बार राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने जा रही है। दीदी अपना संबोधन वर्चुअल प्लेटफार्म से अपने कार्यकर्ता और समर्थकों को देंगी। इसी कड़ी में दक्षिण भारत के राज्य में भी दीदी का प्रचार इन अनूठे तरीके से किया जा रहा है। बताते चलें कि तृणमूल कांग्रेस 21 जुलाई 1993 को पुलिस गोलीबारी में मारे गए 13 लोगों की याद में ‘शहीद दिवस’ मनाती है।

ममता बनर्जी उस समय युवा कांग्रेस की नेता थीं जिन्होंने मतदान के लिए मतदाता परिचय पत्र को ही दस्तावेज मानने की मांग को लेकर सचिवालय की ओर मार्च का आह्वान किया था। उसी दौरान पुलिस की गोलीबारी में 13 कार्यकर्ता मारे गए थे। जानकारों की माने तो ममता बनर्जी को दीदी के रूप में तो सभी जानते है लेकिन ममता अम्मा कह कर उनका संबोधन कई मायनों में महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि राजनीति में अम्मा का संबोधन काफी महत्व रखता है। तमिलनाडु में पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता को अम्मा कह कर ही संबो​धित किया जाता था।

अब सुर्खियां है कि जयललिता के बाद क्या के लोग ममता बनर्जी में अम्मा को खोज रहे है। दरअसल वहां के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के साथ ममता बनर्जी के राजनीतिक सम्पर्क अच्छे है। करुणानि​धि के मृत्युवार्षिकी में भी ममता बनर्जी ने शिरकत की थी। इधर ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस अब राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी के प्रसार-प्रचार में लगी है। पार्टी की तरफ से कह भी दिया गया है कि तृणमूल का टार्गेट देश को भाजपा से बचाना है। सूत्रों की माने तो इस कड़ी में ममता बनर्जी जल्द राज्यों का दौरा शुरु करेंगी। इसकी शुरुआत ममता बनर्जी अपने दिल्ली दौरे के साथ करने जा रही है।


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