मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी के करीबी विनय मिश्रा के भाई विकास मिश्रा को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में लिया गया है। मंगलवार को उसे दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था। ईडी ने आधिकारिक तौर पर कहा कि कोयला तस्करी मामले में 13 सौ करोड़ रुपये की रिश्वत के सबूत मिले हैं।
बता दें, कि विनय मिश्रा के खिलाफ ओपन वारंट मिलने के बाद अब सीबीआइ ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था। उस पर कोयला और गाय तस्करी के मामले में लिप्तता का आरोप है। आरोप है कि विनय मिश्रा अभिषेक बनर्जी के लिए लिंक मैन का काम किया करता था। सीबीआइ इस मामले में अभिषेक की पत्नी रुजिरा बनर्जी और उनके रिश्तेदारों से पूछताछ कर चुकी है।
विनय और विकास मिश्रा ने लिए थे 730 करोड़ रुपए
ईडी के सूत्रों के अनुसार कोयला तस्करी मामले में रिश्वत की राशि में 730 करोड़ रुपये विनय मिश्रा और उसके भाई विकास मिश्रा ने लिए थे। यह प्रभावशाली लोगों के नाम पर ली गई घूस की रकम थी। विकास मिश्रा रिश्वत के पैसों को इधर से उधर पहुंचाने में अहम भूमिका अदा करता था।
नेताओं और नौकरशाहों के नामों का खुलासा
सूत्रों के मुताबिक अब तक की पूछताछ में विकास मिश्रा ने कुछ टीएमसी नेताओं समेत कुछ नौकरशाहों के नाम भी लिए है। विकास मिश्रा ने खुलासा किया है कि रिश्वत की रकम नगदी के अलावा कुछ लोग गोल्ड तथा अन्य चीजों के तौर पर भी लेते थे। कल गिरफ्तारी के बाद विकास मिश्रा छह दिनों की ईडी की रिमांड पर है। विनय मिश्रा फिलहाल दुबई में बताया जाता है। विकास मिश्रा से पूछताछ के आधार पर ईडी कुछ तृणमूल नेताओं और नौकरशाहों को पूछताछ के लिए बुला सकता है।
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