गर्भवती महिलाओं व बच्चों को पोषण युक्त आहार उपलब्ध कराने में जिले के विभिन्न प्रखंडों में आंगनबाड़ी केंद्रों पर स्थित पोषण वाटिका अहम भूमिका निभा रहा है। इसका लाभ आंगनबाडी से जुड़ी गर्भवती महिलाओं के साथ साथ बालिकाओं को मिल रहा है। जिले में अधिकांश ऐसे पोषण वाटिका हैं जहां पर जैविक खाद के माध्यम से विभिन्न प्रकार की सब्जियां एवं फलों की खेती की जा रही है। जिससे गर्भवती महिलाएं एवं बालिकाएं लाभान्वित हो रही हैं।
आइसीडीएस डीपीओ सुनीता ने बताया कि रोहतास जिले में विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषण वाटिका पर बल दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में जहाँ आंगनबाड़ी केंदों पर पोषण वाटिका के लिए समुचित जगह है वहां पोषण वाटिका का निर्माण किया जा रहा है। पोषण वाटिका में विभिन्न प्रकार की सब्जियां एवं फलों को उपजाने पर बल दिया जा रहा है ताकि गर्भवती महिलाएं उचित पोषण वाटिका से समुचित पौष्टिक सब्जियां एवं फलों का सेवन करें। उन्होंने बताया कि जिले में 50 से अधिक पोषण वाटिका का निर्माण किया गया है। पोषण वाटिका पर जैविक तरीके से खेती करने का भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि जैविक खाद के माध्यम से उपजे फल एवं सब्जियों को उपयोग में लाया जा सके। उन्होंने बताया कि जिले में कुछ ऐसे भी आंगनबाड़ी केंद्र हैं जो पहाड़ी इलाकों में स्थित हैं । वहां पर भी पोषण वाटिका को बढ़ावा दिया जा रहा और उसमें काफी सफलता मिल रही है। डीपीओ ने बताया कि जिले में और पोषण वाटिका बनाने पर जोर दिया जा रहा है।
लाभार्थियों के मिले पौष्टिक आहार
डीपीओ सुनीता ने बताया कि पोषण वाटिका का मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को संपूर्ण पौष्टिक आहार उपलब्ध कराना है| उन्होंने बताया कि जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर समय-समय पर गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार लेने को लेकर प्रखंड मुख्यालयों में पोषण परामर्श दिया जाता है| जिसमें गुणवत्तापूर्ण पौष्टिक आहार एवं उचित मात्रा लेने की जानकारी दी जाती है| साथ ही साथ बालिकाओं को भी उचित पोषण के लिए परामर्श दिया जाता है ताकि एनीमिया जैसी बीमारी को दूर किया जा सके। उन्होंने बताया कि आंगनबावाड़ी केंद्र पर मिलने वाली सुविधाओं को लेकर सरकार ने दिशा निर्देश जारी किया है| सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देश को पूर्ण रूप से पालन किया जा रहा है।
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