पश्चिम बंगाल में सोमवार, 29 जून को सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक, पेट्रोल और डीजल की कीमत में वृद्धि के खिलाफ कांग्रेस और वाम दल जिला अधिकारी के कार्यालय के सामने धरना देंगे। वे बैनर, प्लेकार्ड, सामाजिक दूरी बनाए रखने और मास्क पहनने के माध्यम से पेट्रोलियम मूल्य वृद्धि को वापस लेने की मांग करेंगे। उसी दिन, नेता, पदाधिकारी और कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर "स्पीक अप ऑन पेट्रोलियम प्राइस हाइक" नामक एक विशाल ऑनलाइन अभियान में भाग लेंगे और ट्रक, टैक्सी, उबर, ओला ड्राइवरों और आम जनता की दुर्दशा को उजागर करने वाले लाइव वीडियो पोस्ट करेंगे। सभी कार्यक्रमों के दौरान स्थानीय अधिकारियों द्वारा आदेश दिए गए अनुसार सामाजिक दूरी का कड़ाई से पालन किया जाएगा। अगला कार्यक्रम उपखंडों से ब्लॉक स्तर पर 30 जून से 4 जुलाई तक धरना आयोजित करना है।
पेट्रोल मूल्यवृद्धि खिलाफ तृक ां की सभा
कोरोना महामारी के संक्रमण से एक ओर किसान, मजदूर, छात्र,नौजवान समेत आम जनों की कमर टूटी हुई है। लोग आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर भाजपा नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार ने पेट्रोल डीजल के दामों में बेतहाशा वृद्धि कर रखा है। पिछले 20 दिनों से लगातार हर दिन पेट्रोल व डीजल की कीमत बढ़ रही है। इस मूल्य वृद्धि से किसान मजदूर समेत आमजनों को आर्थिक तबाही का शिकार होना पड़ रहा है। लेकिन भाजपा सरकार चुपचाप बैठी हुई है। उक्त बातें राज्य के श्रम व कानून मंत्री मलय घटक ने रविवार को आसनसोल गिरिजा मोड़ में कही। वह तृणमूल कांग्रेस नार्थ ब्लाक वन की ओर से पेट्रोल-डीजल मूल्यवृद्धि के खिलाफ आयोजित सभा को संबोधित कर रहे थे। मंत्री ने कहा कि एक ओर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोरोना संकट को देखते हुए राज्य के सभी लोगों को छह माह के लिए मुफ्त में राशन दे रही और तृकां कार्यकर्ता लोगों के घर-घर जाकर सहयोग कर रहे। वहीं दूसरी ओर, कोरोना संकट के दौरान भाजपा कार्यकर्ता कहीं नजर नहीं आये। तृकां जिला महासचिव अभिजीत घटक ने कहा केंद्र सरकार किसान व मजदूर विरोधी है। जुलूस में सैकड़ों की संख्या में शामिल कार्यकर्ताओं ने पेट्रोलियम पदार्थों की मूल्य वृद्धि के लिए केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
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