बस के बाद अब टैक्सी मालिक संगठन भी किराया बढ़ाने की मांग को लेकर मुखर हुए हैं। इस बाबत उन्होंने परिवहन विभाग को पत्र लिखा है। वे टैक्सी का शुरूआती किराया 50 रुपये चाहते हैं। बंगाल टैक्सी एसोसिएशन ने कहा है कि 25 जून तक अगर किराए में वृद्धि नहीं की गई तो 26 जून से टैक्सियां नहीं चलेंगी।
एसोसिएशन के सचिव बिमल गुहा ने कहा-'हमने बहुत समय पहले ही किराया बढ़ाने की मांग की थी, लेकिन हमारी बात नहीं सुनी गई। राज्य सरकार के अनुरोध पर हमने पुराने किराए पर टैक्सियां उतारी थीं लेकिन इस तरह से टैक्सी चलाना अब संभव नहीं है। पिछले 10 दिनों में तेल के दाम में पांच रुपये 80 पैसे की बढ़ोतरी हुई है। तेल के दाम दिन-ब-दिन जिस तरह से बढ़ रहे हैं, उसमे 30 रुपये की शुरूआती दर पर टैक्सी चलाना अब मुमकिन नहीं है।
गौरतलब है कि कोलकाता में अभी 4,000 से 6,000 पीली टैक्सियां ही चल रही हैं। निजी बस मालिकों के संगठन भी किराए में वृद्धि की मांग कर रहे हैं। राज्य सरकार ने उनकी मांगों पर विचार करने के लिए एक नियामक कमेटी का गठन किया है।
बंगाल टैक्सी एसोसिएशन (बीटीए) के सचिव बिमल गुहा ने कहा था कि शहर की सड़कों पर 30 फीसद बढ़े हुए किराए के साथ पीली टैक्सियों के चलने की अनुमति दी थी। उन्होंने पहले कहा था कि एसोसिएशन ने बंगाल परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में वर्तमान दरों में 30 फीसद बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा था।
बीटीए सचिव ने कहा कि सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार, अधिकतम दो यात्रियों को मीटर युक्त टैक्सियों में चढ़ने की अनुमति दी जाएगी और दोनों को पीछे की सीट पर बैठना होगा। गुहा ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण लगे देशव्यापी लॉकडाउन के तीसरे चरण के अंत के बाद बस के बाद अब टैक्सी मालिक संगठन भी किराया बढ़ाने की मांग को लेकर मुखर हुए हैं। इस बाबत उन्होंने परिवहन विभाग को पत्र लिखा है। वे टैक्सी का शुरूआती किराया 50 रुपये चाहते हैं। बंगाल टैक्सी एसोसिएशन ने कहा है कि 25 जून तक अगर किराए में वृद्धि नहीं की गई तो 26 जून से टैक्सियां नहीं चलेंगी।
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