हावड़ा : पूरे 54 दिनो तक अपने परिवार से दूर रहने के पश्ताच 42 लोगों का एक दल दिल्ली, बांदा, ग्वालियर, झांसी और अलीगंज के लिए तेलकलघाट स्थित नागाबाबा आश्रम से रवाना हुआ। पश्चिम बंगाल के सहकारिता मंत्री अरूप राय के सहयोग से यहां लॉकडाउन के कारण फंसे लोगों के लिए बस की व्यवस्था की गई थी। ज्ञात हो कि देश के विभिन्न स्थानों से ये सभी लोग कोलकाता में मां काली के दर्शन करने के लिए आये थे। इससे पहले कि ये सभी यहां से निकल पाते देश में लॉकडाउन की घोषणा हो गई। कोरोना महामारी से बचने के लिए जो लोग जहां से वहीं रूक गये। हावड़ा में फंसे इन लोगों को नागाबाबा आश्रम में ठहरने की जगह मिल गई। आश्रम के संचालक अशोक साहा ने इन सभी लोगों के लिए खाने पीने व ठहरने की व्यवस्था कराई थी।
यहां फंसे लोगों ने अपने-अपने घर जाने के लिए स्थानीय प्रशासन का दरवाजा खटखटाया। कई बार तो इन्हें हावड़ा थाने से भगा दिया गया। इनकी आवाज न तो जिलाशासक के कानों तक पहुंची और न ही पुलिस प्रशासन ने ही किसी प्रकार के सहयोग का हाथ बढ़ाया। अन्त में सहकारिता मंत्री अरूप राय तक यह खबर पहुंची और फिर उन्होंने इनके लिए एक बस की व्यवस्था कराई। वार्ड 29 के तृणमल कांग्रेस के अध्यक्ष राजन सिंह ने भी सहयोग का हाथ बढ़ाया। और आज ये बस द्वारा अपने-अपने घरों के लिए रवाना हो गये।
रवाना होने से पहले सभी लोगों के स्वास्थ्य का परीक्षण किया गया। आश्रम की ओर से सभी लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई।