RJD प्रवासी मजदूरों को पार्टी वर्कर बनाने में जुटी, BJP बोली- 'चुल्लू भर पानी में डूब मरिए'


पटना: कोरोना वायरस लॉकडान में बिहार के बाहर फंसे मजदूरों (Pravasi Mazdoor)की घर वापसी को लेकर आरजेडी ने नीतीश सरकार पर दबाव बनाना शुरू किया तो इसपर सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ओर के नेताओं की बयानबाजी शुरू हो गई। तब से मजदूरों (Pravasi Mazdoor)को लेकर बिहार में शुरू हुई राजनीति घटने के बजाए बढ़ती जा रही है। चुनावी साल में प्रवेश कर चुके बिहार में समय पर चुनाव होंगे या नहीं इसपर संशय कायम है, लेकिन कोरोना संक्रमण से जूझ रहे बिहार में सभी राजनीतिक दल चुनावी तैयारी में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं।

लिखेंएक ओर बीजेपी ने अपने कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर पर संगठन को और मजबूत करने का टास्क दिया है तो जेडीयू भी अपने कार्यकर्ताओं से लगातार फीडबैक लेकर चुनाव की रणनीति तैयार करने में लगी है। जाहिर है ऐसे में मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी कहां पीछे रहने वाली थी। लिहाजा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने सदस्यता अभियान के तहत घर वापसी करने वाले मजदूरों (Pravasi Mazdoor)को ही सदस्य बनाने का निर्देश जारी कर दिया है।

प्रवासी मजदूरों को सदस्य बनाने के पीछे क्या है मकसद
आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने जारी निर्देश में पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि लॉकडाउन की वजह से सदस्यता ग्रहण का काम रुक गया है। लेकिन अब बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों से आ रहे मजदूर पार्टी से जुड़ना चाहते हैं, लेकिन लॉकडाउन की वजह से सीधे सदस्य बनाना संभव नहीं है। प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह द्वारा कार्यकर्ताओं को जारी निर्देश में यह भी कहा गया है कि अभी बड़ी संख्या में दूसरे प्रदेशों मे रहने वाले बिहार के लोग घर वापस आ रहे हैं। इसलिए सभी साथियों की प्राथमिक जिम्मेदारी है कि अधिक से अधिक लोगों से मोबाइल पर संपर्क कर उन्हें आरजेडी की सदस्यता ग्रहण करने के लिए उत्साहित करें।

प्रवासी मजदूरों (Pravasi Mazdoor)को सदस्य बनाने की सोच शर्मनाक: जेडीयू
जेडीयू प्रवक्ता और नेता निखिल मंडल ने आरोप लगाया कि आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष भले ही जगदानंद सिंह है, लेकिन वे तेजस्वी यादव से मिले आदेश का ही पालन करते हैं। इसलिए उन्होंने प्रवासी मजदूरों (Pravasi Mazdoor)को प्राथमिक सदस्य बनाने का टास्क अपने कार्यकर्ताओं को दिया है। जेडीयू प्रवक्ता ने कहा कि आरजेडी नेताओं का विवेक खत्म हो चुका है, इसलिए अब इनकी पार्टी का विनाश निश्चित है। क्योंकि यह भी शर्मनाक है कि कोरोना संक्रमण काल में युवराज तेजस्वी दिल्ली स्थित अपने आलिशान मकान में आराम कर रहे थे और उनके निर्देश पर बुजुर्ग जगदानंद सिंह पार्टी कार्यकर्ताओं से प्रवासी मजदूरों (Pravasi Mazdoor)को सदस्य बनाने के लिए पत्र लिख रहे थे।

जेडीयू प्रवक्ता के अनुसार तेजस्वी यादव सभी को संक्रमित कर पूरी पार्टी पर कब्जा जमाने के फेर में हैं। जेडीयू प्रवक्ता ने तेजस्वी को ऐसी राजनीति से बचने की सलाह देते हुए कहा कि अपने सलाहकारों को बाहर निकालिए, नहीं तो डायनासोर की तरह विलुप्त हो जाइएगा।

आरजेडी को ढूंढ़े नहीं मिल रहे सदस्य इसलिए मजदूरों (Pravasi Mazdoor)की तरफ किया रूख: BJP
बिहार बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने भी आरजेडी पर तंज कसते हुए कहा कि सदस्यता अभियान के तहत आरजेडी का सदस्य बनने को जब कोई तैयार नहीं हो रहा। इसलिए आरजेडी के लोग अब घरवापसी करने वाले मजदूरों (Pravasi Mazdoor)का इमोशनल ब्लैकमेलिंग कर सदस्य की संख्या बढ़ाना चाहते हैं। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि कोरोना संकट के दौर में आरजेडी को इस तरह की राजनीति करने के बजाए चुल्लू भर पानी में डूब कर मरना चाहिए। क्योंकि कोई घटिया पार्टी और नेता ही कोरोना में राजनीति करेगा। चूंकि आरजेडी को राष्ट्रसेवा- समाजसेवा- मानवता से कोई मतलब नहीं, इसलिए उन्हें इन बातों से कोइ फर्क नहीं पड़ता। लेकिन उन्हें भूलना नहीं चाहिए कि जो वह आज कर रहे हैं कल उन्हें ही राजनीतिक तौर पर इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।

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