बिहार में कोरोना वीर पुरस्कार से नवाजे जाएंगे पुलिसकर्मी, बेहतर काम करने वालों की होगी मॉनिटरिंग


बिहार में जान पर खेलकर कोरोना वायरस से लोगों को सचेत करने और लॉकडाउन में उम्दा काम करने वाले पुलिस कर्मियों को डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय कोरोना वीर पुरस्कार से सम्मानित करेंगे। जिलेवार पुलिस अधिकारियों और कर्मियों की हौसलाअफजाई करने की भी योजना है। इसके लिए भी पूरी रणनीति बना ली गई है। 

डीजीपी गुप्‍तेश्‍वर पांडेय ने गुरुवार को इस संबंध में बताया कि लॉकडाउन, क्वारंटाइन सेंटर और आइसोलेशन सेंटर की ड्यूटी में दिन-रात तैनात पुलिस कर्मियों का मनोबल बढ़ाने के लिए यह निर्णय लिया गया है। पुलिस कर्मियों की यह उपलब्धि उनकी सेवा पुस्तिका में भी दर्ज होगी। 

एसएसपी-एसपी की सिफारिश पर जहां डीएसपी, इंस्पेक्टर से लेकर सिपाही स्तर के पुलिस कर्मियों को सम्मानित किया जाएगा वहीं, आइजी-डीआइजी व पुलिस मुख्यालय की सिफारिश वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों पुरस्कृत करने का निर्णय लिया गया है।

डीएसपी से लेकर एसएसपी-एसएसपी स्तर के पदाधिकारियों को सम्मानित करने के लिए रेंज आइजी- डीआइजी से अनुशंसा मांगी जाएगी। लाॅकडाउन के दौरान विधि व्यवस्था बनाए रखने, प्रशासन के साथ समन्वय बनाने, आम जनता के साथ संवेदनशीलता दिखाने, जनता की मदद करने, अपने स्टाफ के बेहतर तालमेल बनाए रखने वाले पुलिस कर्मियों पुरस्कृत किया जाएगा। 

बता दें कि कोरोना वायरस को लेकर सरकार के साथ बिहार पुलिस भी सजग है। तमाम जिलों में पुलिस कोरोना संकट को लेकर बेहतर कार्य कर रही है। सोशल डिस्‍टेंसिंग के पालन से लेकर जरूरतमंदों को भोजन पहुंचाने तक को लेकर वे एक्टिव हैं। बिहार में लॉकडाउन लागू होने के बाद सबसे पहले मुंगेर की एसपी लिपि सिंह ने सोशल डिस्‍टेंसिंग को लेकर पहल की थी। उन्‍होंने दुकानों के आगे घेरा बनाकर ग्राहकों से निर्धारित दूरी का पालन करने को कहा गया। इसके बाद यह अन्‍य जिलों में लागू हुआ। यहां तक कि राजधानी पटना में भी इसे लागू किया गया। इतना ही नहीं, कंकड़बाग के थानाध्‍यक्ष मनोरंजन भारती जरूरतमंद लोगों की मदद कर रहे हैं। लॉकडाउन में फंसे एक बुजुर्ग को उन्‍होंने दवा उपलब्‍ध करायी। इसके साथ ही कई जरूरतमंदों को भोजन भी उपलब्‍ध कराया। 

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