कैलाश विजयवर्गीय ने 20 साल बाद ग्रहण किया अन्न, जानिए क्या लिया था संकल्प


भारतीय जनता पार्टी (BJP) के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने हाल ही में 20 साल बाद अन्न ग्रहण किया है. उन्होंने 20 साल पहले अपनी जन्मभूमि इंदौर में हनुमान जी की प्रतिमा की स्थापना का संकल्प लिया था. साथ ही हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित होने तक अन्न ग्रहण करना छोड़ दिया था.

अब हनुमान जी की प्रतिमा स्थापना को लेकर बुधवार को 'नगर भोज' यानी भंडारे का आयोजन किया जाएगा. इसमें इंदौर के सभी लोगों को आमंत्रित किया गया है. माना जा रहा है कि इस नगर भोज में करीब 10 लाख लोग प्रसाद ग्रहण करेंगे. यह नगर भोज मंगलवार शाम पांच बजे से शुरू होगा और रात 10 बजे तक चलेगा.

विजयवर्गीय ने ट्वीट किया, 'नगर भोज का आमंत्रण! मंगलवार को इंदौर में होने वाले देश के सबसे बड़े नगर भोज में आइए. पितरेश्वर हनुमान जी की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की भोजन प्रसादी कई मायनों में मिसाल बनेगी. 10 लाख लोगों को 10 हजार लोग 7 किमी में भोजन परोसेंगे.'

कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कि उन्होंने करीब 20 साल पहले इंदौर में पितृ पर्वत के पास हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित करने का संकल्प लिया था. इसके साथ ही उन्होंने अन्न ग्रहण करना छोड़ दिया था. विजयवर्गीय ने पितृ दोष को खत्म करने के लिए हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित करने का संकल्प लिया था. पितृ पर्वत की भी स्थापना बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने ही की थी. उस समय वो इंदौर के मेयर हुआ करते थे.

अब 20 साल बाद हनुमान जी की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है और बीजेपी नेता विजयवर्गीय का संकल्प पूरा होना जा रहा है. लिहाजा अब उन्होंने फिर से अन्न ग्रहण करना शुरू कर दिया है. वो पिछले 20 साल से फल-फूल खाकर रह रहे थे. हनुमान जी की यह प्रतिमा अष्टधातु की बनी है और 61 फुट ऊंची है.

वैसे भी नेताओं में हनुमान जी सबसे ज्यादा लोकप्रिय देवता हैं. दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के नेता और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी हनुमान चालीसा का पाठ करते नजर आए थे. केजरीवाल को दिल्ली विधानसभा चुनाव में जीत भी मिली थी. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ भी हनुमान भक्त हैं. हाल ही में उन्होंने हनुमान जी की सबसे ऊंची प्रतिमा लगवाई है.

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