बिहार: क्या ऐसे खत्म होगा कोरोना? समस्तीपुर में नहीं दिखा लॉकडाउन का असर


वैश्विक महामारी बन चुकी कोरोना वायरस को लेकर बिहार सरकार भी गंभीर है. बिहार में कोरोना से दो शख्स की मौत के बाद राज्य सरकार ने लॉकडाउन घोषित कर दिया. हालांकि, इसका असर समस्तीपुर में कहीं नहीं दिख रहा. लोगों की आवाजाही बदस्तूर जारी है, तो वहीं शहर में सारी दुकानें खुली रहीं. लोग खाने-पीने के सामानों की खरीदारी कर स्टॉक करने में लगे रहे.

डीएम दफ्तर के सामने से छोटे-बड़े वाहन आसानी से आ-जा रहे हैं. इतना ही नहीं, शहर के मुख्य सड़क के किनारे मछली की दुकानें लगी थीं और लोग खरीदते दिखें. वहीं, बिहार में शराबबंदी के बाद भी लोगों को खुलेआम बैठाकर शराब पिलाई जा रही थी. सवाल यह उठता है कि सरकार जहां इस कोशिश में लगी है कि कैसे कोरोना जैसी लाइलाज बीमारी से लोगों को बचाया जाए, कैसे लोगों की भीड़ को कमतर किया जा सके. इसे लेकर बिहार सरकार ने भी 22 मार्च को अपने पत्र के माध्यम से एक आदेश जारी करते हुए बिहार में 31 मार्च तक लॉकडाउन करने की घोषणा कर दी.

हालांकि, इन सबके बीच समस्तीपुर में इन सावधानियों को धता बताते हुए लोग अपने घरों से निकलते रहे, दुकानें खुली रहीं, सड़कों पर वाहन चलते रहे, खुलेआम सड़क किनारे मछलियां बिकती रहीं, लोग जमा होकर खरीदारी करते रहे और पुलिस-प्रशासन मूकदर्शक बने रहे. जबकि कोरोना वायरस को लेकर पूरा भारत अलर्ट मोड में है और लोगों को भीड़-भाड़ से बचने की सलाह दी जा रही है.

निर्देश के बाद प्रशासन एक्टिव

आजतक पर खबर चलने और बिहार के सीएम नीतीश कुमार के सख्त निर्देश के बाद समस्तीपुर जिला प्रशासन आनन-फानन में जागने के साथ डीएम ने आपात बैठक की और टीम बनाकर दुकानें बंद कराने का निर्देश दिया. इसके अलावा कोरोना के लिए अलग-अलग टीम भी गठित कर दी. शाम 4 बजे एसडीओ के नेतृत्व में काफी संख्या में पुलिस बल और पदाधिकारी शहर के विभिन्न जगहों पर दुकानों को बंद कराया और सख्त हिदायत देते हुए दुकान बंद करने के बाद छोड़ दिया.

शहर के ताजपुर रोड, स्टेशन रोड, मारवाड़ी बाजार आदि जगहों पर सुबह से दुकानें खुली थीं, जिसको एसडीओ ने बंद कराया. एसडीओ अशोक कुमार मंडल ने बताया कि लॉकडाउन का सख्ती से पालन किया जाएगा और इसका उल्लंघन करने वालों पर नियम संगत कार्रवाई की जाएगी.

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