केजरीवाल: भगवान जी ने मुझसे कहा- लोगों की सेवा करते रहो, फल मुझ पर छोड़ दो


दिल्ली में सरकार बनाने के लिए 8 फरवरी को वोट डाले जाएंगे. 6 फरवरी से दिल्ली में चुनावी प्रचार थम चुका है. ऐसे में अब उम्मीदवार भगवान से अपनी जीत के लिए प्रार्थना कर रहे हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इसी क्रम में शुक्रवार को प्राचीन हनुमान मंदिर जाकर आशीर्वाद लिया है. सीएम केजरीवाल ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, "CP के प्राचीन हनुमान मंदिर जाकर हनुमान जी का आशीर्वाद लिया. देश और दिल्ली की तरक्की के लिए प्रार्थना की. भगवान जी ने कहा - अच्छा काम कर रहे हो. इसी तरह लोगों की सेवा करते रहो. फल मुझ पर छोड़ दो. सब अच्छा होगा."

इससे पहले एक निजी चैनल के कार्यक्रम में अरविंद केजरीवाल ने खुद को हनुमान भक्त बताते हुए हनुमान चालीसा गाई थी. केजरीवाल ने कहा था कि उन्हें पूरी चालीसा याद है और इसे गाने से शांति मिलती है. जिसके बाद उन्होंने पूरी हनुमान चालीसा सुनाई.

इतना ही नहीं बुधवार को नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल गदा लेकर वोट मांगते नजर आए थे. उन्होंने दावा किया था कि अब वो भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से भी हनुमान चालीसा पढ़वाएंगे. उन्होंने कहा था, 'यह हनुमान का प्रतीक है. जब मैंने हनुमान चालीसा सुनाई, तो बीजेपी वालों को मिर्ची लग गई. अभी मैंने हनुमान चालीसा गाई है और अब सारे बीजेपी नेताओं से हनुमान चालीसा गवाऊंगा.'

आगे-आगे देखिए क्या होता है: योगी

बता दें, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली के किराड़ी में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि अभी तो केजरीवाल ने हनुमान चालीसा पढ़नी शुरू की है, आगे-आगे देखिए क्या होता है.

उन्होंने कहा, ‘...अभी तो केजरीवाल जी ने हनुमान चालीसा पढ़नी शुरू की है..आगे-आगे देखिए क्या होता है...ओवैसी भी एक दिन हनुमान चालीसा का पाठ करता हुआ दिखाई देगा’.

'हनुमान चालीसा पढ़ें तब भी हारेंगे'

केजरीवाल के हनुमान चालीसा पढ़ने पर बीजेपी सांसद रवि किशन ने कहा था, 'केजरीवाल को अचानक शाहीन बाग में बिरयानी खिलाने के बाद अब उनको याद आ गया कि मैं हिन्दू हूं. हनुमान जी को अब ये बुड़बक नहीं बना सकते, हनुमान चालीसा पढ़ें या पेड़ पर उल्टा लटक जाएं ये चुनाव वो हार रहे हैं.'


रवि किशन के अलावा, कपिल मिश्रा ने भी अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा था, 'केजरीवाल हनुमान चालीसा पढ़ने लगे हैं, अभी तो ओवैसी भी हनुमान चालीसा पढ़ेंगे. ये हमारी एकता की ताकत है. ऐसे ही एक रहना है. इकट्ठा रहना है. एक होकर वोट करना है. हम सबकी एकता से "20% वाली वोट बैंक" की गंदी राजनीति की कब्र खुदकर
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