भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा कि 2023 से विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के मैचों को चार दिवसीय टेस्ट के रूप में कराने के आईसीसी के प्रस्ताव पर टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी. चार दिवसीय टेस्ट पर जब गांगुली से ईडन गार्डन्स पर उनकी राय मांगी गई तो उन्होंने कहा, ‘सबसे पहले हमें प्रस्ताव देखना होगा, इसे आने दीजिए और इसके बाद हम देखेंगे. अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. अभी कोई टिप्पणी नहीं कर सकते.’
आईसीसी की क्रिकेट समिति 2023-2031 के सत्र में टेस्ट मैचों को पांच दिवसीय की जगह चार दिवसीय करने पर विचार करेगी. इस विचार के पीछे कई वजह हैं, जिसमें आईसीसी और अधिक वैश्विक प्रतियोगिताओं के आयोजन करना चाहती है .
बीसीसीआई ने भी इस सत्र में अधिक द्विपक्षीय मुकाबलों की मांग की है. इसके अलावा दुनियाभर में टी-20 लीग का प्रसार हो रहा है और पांच दिवसीय मैच की मेजबानी में होने वाला खर्च भी शामिल है.
चार दिवसीय टेस्ट कोई नई अवधारणा नहीं है. इस साल की शुरुआत में इंग्लैंड और आयरलैंड ने चार दिवसीय टेस्ट खेला था. इससे पहले 2017 में दक्षिण अफ्रीका और जिम्बाब्वे ने भी ऐसा ही मैच खेला था.