प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय 2 दिन के रूस के दौरे पर हैं और बुधवार सुबह प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की. दोनों नेताओं ने शिप बिल्डिंग कॉम्प्लेक्स का दौरा भी किया. दौरे की व्यस्तता के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने गुजरे 21 साल में रूस और राष्ट्रपति पुतिन के साथ प्रगाढ़ हुए संबंधों का जिक्र भी किया.
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ट्वीट में 4 तस्वीरों को भी साझा किया जिसमें उन्होंने 2001 और 2019 की यात्रा के बारे में बताया. उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, 'आज 20वें भारत-रूस शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के दौरान, मेरा मन नवंबर 2001 के भारत-रूस शिखर सम्मेलन में भी गया, जब अटल जी (अटल बिहारी वाजपेयी) प्रधानमंत्री थे. उस समय, मुझे गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में उनके प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा बनने के लिए सम्मानित किया गया.
'Memories and moments, from 2001 and 2019!— Narendra Modi (@narendramodi) September 4, 2019
While participating in the 20th India-Russia Summit today, my mind also went back to the India-Russia Summit of November 2001 when Atal Ji was PM. That time, I was honoured to be a part of his delegation as Gujarat CM. pic.twitter.com/G9vHMkagfR
पीएम मोदी की ओर से किए गए पोस्ट में 4 तस्वीरें भी हैं जिसमें पहली तस्वीर में वह अटल बिहारी वाजपेयी और ब्लादिमीर पुतिन के साथ बैठे हुए हैं और वह एक दस्तावेज पर हस्ताक्षर कर रहे हैं. कुल 4 तस्वीरों में 2 तस्वीरें 2001 की है जबकि 2 तस्वीरें 2019 की हैं.
बेहद खास रही थी पहली मुलाकात
खास बात यह रही कि 2001 में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ नरेंद्र मोदी की यह पहली मुलाकात थी और तब वह बतौर मुख्यमंत्री रूस गए हुए थे. जबकि इस बार वह पुतिन के साथ बतौर देश के प्रधानमंत्री के रूप में मिले.
इससे पहले रूसी न्यूज एजेंसी तास को दिए अपने साक्षात्कार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2001 में पुतिन के साथ अपनी पहली मुलाकात को याद किया. उन्होंने कहा, ' तब (2011) में मैं मास्को पहुंचा तब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे. मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था और हमारी यह पहली मुलाकात थी. लेकिन पुतिन ने यह आभास नहीं होने दिया कि मैं कम महत्वपूर्ण हूं और मैं एक छोटे राज्य से हूं या फिर मैं एक नया व्यक्ति हूं. उन्होंने मेरे साथ मित्रवत व्यवहार किया. परिणाम यह रहा कि दोस्ती के दरवाजे खुल गए.'
मोदी ने याद किया कि उनके और रूसी राष्ट्रपति के बीच पहली मुलाकात के दौरान केवल दो देशों से जुड़े मसलों पर चर्चा ही नहीं हुई बल्कि अपनी रुचि और दुनिया की अन्य समस्याओं के बारे में भी बात हुई थी. हमने अपने लोगों की तरह खुलकर बात की. उनके साथ बात करना मेरे लिए बेहद खास रहा.
अगले साल फिर रूस जाएंगे मोदी
दोनों देशों के शीर्ष नेताओं और समझौतों के बारे में भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर बताया कि दोनों देशों के बीच कुल 15 MoU पर साइन हुए हैं. प्रधानमंत्री मोदी अगले साल मई में फिर रूस के दौरे पर जाएंगे. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उन्हें वर्ल्ड वॉर-2 में रूस की जीत के 75 साल पूरे होने वाले जश्न में न्योता दिया है.
रूस के व्लादिवोस्तोक में मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं में गजब की केमेस्ट्री भी दिखी. इससे पहले पीएम मोदी का पुतिन ने गले लगाकर स्वागत किया. फिर बाद में दोनों नेता जहाज में साथ घूमते दिखे. दोनों देशों के बीच कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर हुए, जिसमें रक्षा, व्यापार, पर्यटन और ऊर्जा से जुड़े क्षेत्र अहम रहे.