कोलकाता: दुर्गा पूजा से पहले पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपनी राजनीतिक सक्रियता तेज कर दी है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह अगले माह राज्य दौरे पर आ सकते हैं। मोदी जहां नदिया ज़िले के रानाघाट में एक बड़ी जनसभा करने वाले हैं, वहीं शाह के कोलकाता में दो प्रमुख दुर्गा पूजा पंडालों का उद्घाटन करने की संभावना है।
भाजपा की राज्य समिति के एक वरिष्ठ सदस्य के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी 20 सितंबर को रानाघाट में जनसभा कर सकते हैं। यह तारीख महालया से एक दिन पहले की है, जब आधिकारिक तौर पर देवी पक्ष और दुर्गा पूजा की शुरुआत मानी जाती है। पार्टी नेता मानते हैं कि इस सभा के ज़रिए भाजपा बंगाल की जनता के साथ त्योहारों के माहौल में सीधे जुड़ने का प्रयास करेगी।
उधर, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को कोलकाता के प्रसिद्ध संतोष मित्रा स्क्वायर दुर्गा पूजा और ईस्टर्न ज़ोनल कल्चरल सेंटर (ईजेडसीसी) में आयोजित दुर्गा पूजा के उद्घाटन का आमंत्रण भेजा गया है। संतोष मित्रा स्क्वायर पूजा समिति के अध्यक्ष सजल घोष ने बताया कि उन्होंने औपचारिक न्योता भेज दिया है और इस बार भी शाह से उद्घाटन की उम्मीद है।
वर्ष 2023 में इसी पूजा का थीम अयोध्या के राम मंदिर की तर्ज पर रखा गया था, जिसे शाह ने सराहा था। इस बार समिति ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को थीम के रूप में चुना है। शाह के 22 सितंबर को कोलकाता आने की संभावना जताई जा रही है। अमित शाह पिछले कई सालों से इस दुर्गा पूजा पंडाल का उद्घाटन करते रहे हैं। इसलिए इस साल भी उनके आने की उम्मीद सकारात्मक है।
दरअसल 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी ने पूरे देश में बांग्ला भाषी लोगों के खिलाफ कथित तौर पर उत्पीड़न को मुख्य रूप से मुद्दा बनाया है। इसलिए बंगाल भाजपा राज्य के लोगों के बीच अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने के लिए कोई भी कोर कसर बाकी रखना नहीं चाहती।
राज्य समिति के एक सदस्य ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक झूठा नरेटिव खड़ा किया है, जिसे तोड़ना निश्चित तौर पर जरूरी है और पार्टी इसके लिए हर जरूरी कदम उठाएगी।
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