मुख्यमंत्री ने कहा: गंगा सागर मेला को एक दिन मिलेगा राष्ट्रीय मेला का दर्जा
सागरद्वीपः हर साल की तरह इस साल भी सोमवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मोक्ष नगरी गंगा सागर पहुंची और वहां श्री हरि अवतार कपिल मुनि के मंदिर में उनके दर्शन किए और पूजा अर्चना किया। इस दौरान मंदिर के महंत ज्ञानदास व उत्तराधिकारी महंत संजय दास भी मौजूद थे। सीएम ने एक बार फिर केन्द्र पर गंगा सागर की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि केन्द्र द्वारा इस तीर्थ को कोई मदद नहीं दी जा रही है लेकिन राज्य सरकार अपना फर्ज का निर्वाह कर रही है।
ममता बनर्जी ने कहा कि केन्द्र की नीति का दोहरापन इसी से समझा जा सकता है कि कुंभ मेला के लिए ट्रेन से लेकर हर सुविधा है और वहां सीधे पहुंचा जा सकता है लेकिन गंगा सागर के लिए आज भी नदी की लम्बी यात्रा करनी होती है। लेकिन यहां के लिए केन्द्र कुछ नहीं कर रहा है। लेकिन उनकी सरकार गंगासागर वार्षिक मेला आयोजन स्थल पर मुख्य भूमि को सागर द्वीप से जोड़ने वाली एक नदी पर पांच किलोमीटर लंबा पुल बनाएगी।
ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र ने इस संबंध में उनकी बार-बार की गई अपील पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चार लेन वाले पुल के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर ली गई है। तीन साल का समय लग सकता है। सबको सहयोग करना होगा ताकि मुड़ीगंगा पर पुल का कार्य पूरा हो सके।
सीएम ने कहा कि प्रस्तावित पुल का नाम ‘गंगासागर सेतु’ होगा। राज्य इसके निर्माण पर 1,500 करोड़ रुपये खर्च करेगा, जिसकी निविदा जारी कर दी गई है। उन्होंने कहा, हमने केंद्र सरकार से बार-बार पुल के लिए कहा, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। इसलिए, हमने इसे खुद बनाने का फैसला किया है। अपेक्षित सर्वेक्षण किया गया और परियोजना के लिए डीपीआर तथा निविदा पूरी हो गई।
ममता ने आगे कहा कि केंद्र सरकार कुंभ मेले में हजारों करोड़ देकर सहयोग करती है लेकिन गंगासागर की तरफ वे देखते भी नहीं। उन्होंने कहा कि गंगासागर के एक तरफ सुंदरबन है, एक तरफ अरण्य, एक तरफ समुद्र, मंदिर और श्रद्धालु हैं, यह बहुत अद्भुत है। गंगा सागर में लोगों को आने में काफी तकलीफ होती है।
सीएम ने कपिल मुनि मंदिर में कहा कि मैंने यहां के महंत जी को कहा है कि यहां तो काफी चढ़ावा मिलता है और उसे आप लोग यूपी ले जाते हैं लेकिन इस बार यहां जो दान दक्षिणा मिलता है उनमें से 25 प्रतिशत मंदिर के संस्कार व विकास के लिए खर्च करें और महंत जी ने वादा किया है कि वह इसके लिए तैयार हैं।
सीएम ने आगे कहा कि हमलोग लगातार अपना काम कर रहें हैं। केन्द्र क्या करेगा यह तो वह जाने लेकिन हम लोग जिस तरह से कोशिश कर रहे हैं वह कोशिश रंग लाएगी और गंगा सागर मेला को एक न एक दिन राष्ट्रीय मेला का दर्जा मिलेगा ही। क्यों कि यह मेरा भी सपना है और साकार होगा ही। सीएम ममता बनर्जी भारत सेवाश्रम भी गई और वहां मौजूद लोगों से बात की और कहा कि, सबका गंगा सागर मेले में स्वागत है।
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