कोलकाता: पश्चिम बंगाल के मथुरापुर जिले में भाजपा के नेता प्रीतिराज नस्कर की बर्बर हत्या ने राज्य में राजनीतिक हलचल मचा दी है। भाजपा ने आरोप लगाया है कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कार्यकर्ताओं ने नस्कर का अपहरण, अत्याचार और हत्या की। उनका शव तीन दिन बाद मंदिरबाजार स्थित पार्टी कार्यालय में मिला, जबकि नस्कर के परिवार ने पुलिस से सहायता की गुहार लगाई थी, जिसे नकार दिया गया।
भाजपा ने ममता बनर्जी की सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि यह घटना पश्चिम बंगाल में बढ़ती हिंसा और राज्य में भाजपा कार्यकर्ताओं पर हो रहे हमलों का परिणाम है। पार्टी ने आरोप लगाया कि टीएमसी विरोधियों को दबाने के लिए हिंसा का सहारा ले रही है, जबकि पुलिस की भूमिका संदिग्ध बनी हुई है।
भाजपा के ट्विटर हैंडल पर इस घटना पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए शनिवार को लिखा गया-
“पश्चिम बंगाल में एक और भयंकर त्रासदी! भाजपा के मथुरापुर जिला एसएम संयोजक प्रीतिराज नस्कर का अपहरण कर यातना देकर हत्या कर दी गई। उनका शव तीन दिन बाद मंदिरबाजार पार्टी कार्यालय में मिला। ममता बनर्जी की पुलिस ने उनके परिवार की मदद की गुहार को पूरी तरह से नकार दिया। इस क्रूर शासन ने विपक्ष को चुप कराने के लिए आतंक, रक्तपात और क्रूरता का सहारा लिया है। भाजपा खामोश नहीं बैठेगी, न्याय मिलेगा और यह तानाशाही खत्म होगी!”
“पश्चिम बंगाल में एक और भयंकर त्रासदी! भाजपा के मथुरापुर जिला एसएम संयोजक प्रीतिराज नस्कर का अपहरण कर यातना देकर हत्या कर दी गई। उनका शव तीन दिन बाद मंदिरबाजार पार्टी कार्यालय में मिला। ममता बनर्जी की पुलिस ने उनके परिवार की मदद की गुहार को पूरी तरह से नकार दिया। इस क्रूर शासन ने विपक्ष को चुप कराने के लिए आतंक, रक्तपात और क्रूरता का सहारा लिया है। भाजपा खामोश नहीं बैठेगी, न्याय मिलेगा और यह तानाशाही खत्म होगी!”
राज्य भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। अधिकारी ने यह भी कहा कि पुलिस और प्रशासन टीएमसी के दबाव में काम कर रहे हैं, जिससे ऐसे घटनाओं के दोषी बच जाते हैं। राज्य भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने इस घटना को ‘बर्बरता’ करार देते हुए कहा कि ममता बनर्जी के शासन में पश्चिम बंगाल एक ‘अराजक’ राज्य बन गया है।
पार्टी ने राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाए और इसे लोकतंत्र के लिए खतरा बताया। भाजपा ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है और टीएमसी के कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई की मांग की है। इस घटना को लेकर राज्य में भाजपा के समर्थकों में गहरा आक्रोश है और उन्होंने विरोध प्रदर्शन भी किए हैं।
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