कोलकाता: महानगर कोलकाता में बच्चों की खरीद-फरोख्त करने वाले गिरोह के एक मिडिल मैन को गिरफ्तार कर लिया गया है. गुरुवार को लाल बाजार स्थित कोलकाता पुलिस सूत्रों ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया है कि गिरफ्तार व्यक्ति का नाम गुलाम अंबिया है. उसे बेनियापुकुर के एक डायग्नोस्टिक सेंटर से गिरफ्तार किया क्या है. वह यहां कर्मचारी के तौर पर काम करता था. मूल रूप से वह मुर्शिदाबाद का रहने वाला है. गत सोमवार को अपने 21 दिन की नवजात बच्ची को चार लाख रुपये में बेचने वाली मां रूपाली मंडल को गिरफ्तार किया गया था. उसी से पूछताछ के बाद इन आरोपितों की गिरफ्तारी हो रही है.
इसके अलावा नोनाडांगा इलाके से ममता पात्रा नाम की एक अन्य महिला को बाल तस्करी में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, ममता बेची गई बच्ची की मां रूपाली मंडल और पाटुली से गिरफ्तार की गई रूपा दास के बीच की कड़ी थी.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, 21 दिन की बच्ची खरीदने के आरोप में गिरफ्तार की गई गृहिणी कल्याणी गुहा को बुधवार को बेहाला के बकुलतला में एक आईवीएफ सेंटर ले जाया गया और पुलिस ने उसकी तलाशी ली. कल्याणी के साथ लालती डे नामक एक अन्य आरोपित को भी ले जाया गया था. बेहाला में आईवीएफ सेंटर की तलाशी के दौरान जांच अधिकारियों को बेनियापुकुर में डायग्नोस्टिक सेंटर के बारे में जानकारी मिली. इसके बाद बेनियापुकुर जाकर डायग्नोस्टिक सेंटर की तलाशी लेने के बाद गुलाम अंबिया को गिरफ्तार किया गया.
जांचकर्ताओं के मुताबिक, वह डायग्नोस्टिक सेंटर की आड़ में बच्चों की खरीद-फरोख्त में ''बिचौलिए'' की भूमिका निभाता था. जांच अधिकारियों ने उनसे पूछताछ भी शुरू कर दी है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इसी ने लालती की बात कल्याणी से कराई थी. जांचकर्ताओं का अनुमान है कि बाल तस्करी मामले में लालती ने भी प्रमुख भूमिका निभाई थी.
पुलिस के मुताबिक शहर के बीचोबीच एक गिरोह बच्चों की खरीद-फरोख्त का धंधा चला रहा है और शहर के बीचोबीच एक आईवीएफ केंद्र उस गिरोह के पीछे एक बड़ी भूमिका निभा रहे हैं. इन सभी आईवीएयू सेंटरों के पास वैध दस्तावेज हैं या नहीं, इसकी जांच भी शुरू कर दी गई है.
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