आध्यात्मिक चेतना का केन्द्रबिंदु है विहंगम योग : संत किशनलाल शर्मा


वर्तमान सद्गुरुदेव स्वतंत्रदेव जी महाराज के जन्मोत्सव पर उमड़े श्रद्धालु

युवा शक्ति न्यूज
हावड़ा: विहंगम योग के वर्तमान सद्गुरुदेव स्वतंत्रदेवजी महाराज की 76वें जन्मोत्सव पर भव्य सत्संग का आयोजन सलकिया के श्याम गार्डेन में सम्पन हुआ. दोपहर से ही विहंगम योग के साधक और कार्यकर्ता श्याम गार्डेन में इकट्ठा हो गये थे. सद्गुरुदेव सदाफल देव जी महाराज, धर्मचन्द्र देव जी महाराज एवं वर्तमान सद्गुरु स्वतंत्र देव जी महाराज के तैल चित्रों पर पुष्प अर्पित किये गये. गुरु वंदना के साथ कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत हुई और गुरु भजनों की अमृत वर्षा में हजारों श्रद्धालु सराबोर हो गये. इसके बाद युवा शक्ति के प्रधान संपादक सुधांशु शेखर ने विहंगम योग पर प्रकाश डालते हुए बताया कि विहंगम योग जीवन ही नहीं अपितु जीवन के बाद भी साधक के जन्म-मरण के चक्र से मुक्ति दिलाता है.

इस पावन अवसर पर विहंगम योग के राष्ट्रीय संत और आज के इस कार्यक्रम में अपनी ओजमयी वाणी से सबको मंत्रमुग्ध करने वाले किशनलाल जी शर्मा ने जीवन के गूढ़ रहस्य को विस्तारपूर्वक समझाया. आत्मा और परमात्मा से योग एवं सही और सटीक भक्ति के गुर बताये. उन्होंने वर्तमान समय में लोगों की परेशानी का न केवल कारण बताया बल्कि उदाहरण के साथ उसका निदान भी सुझाया. 

उन्होंने जीव के उद्धार में आ रही बाधाओं को विस्तार से रेखांकित करते हुए बताया कि वैज्ञानिक पद्धति पर खरा उतरने की वजह से इस विज्ञान से नासा भी जुड़ा है. इस अवसर पर वाराणसी में बन रहे विश्व के अन्यतम साधना केन्द्र स्वर्वेद महामंदिर के जल्द निर्माण का संकल्प दोहराया गया. इस पावन अवसर पर संतश्री किशन लाल जी शर्मा द्वारा विहंगम योग की साधना भी  सिखायी गयी. 


इस सत्संग में हजारों श्रद्धालुओं के साथ जितेन्द्र चौधरी, हिमांशु शेखर, सुनील गुजराती, हरसद पटेल, ओम प्रकाश कांगड़ा, रमेश सिंघल, सत्येन्द्र यादव, ललित डिडवाणी, गोपी अग्रवाल, शंभू साव, शंकर शर्मा, शंभू शर्मा, सुभाष राय, शंकर गुप्ता, राधेश्याम चौबे, बबलू सिंह, जगमोहन गुप्ता, रमेश यादव, विमल साव, ओम प्रकाश गुप्रा, सुरेन्द्र गुप्ता, ललित अग्रवाल, पुनीत धानुका, राजेश जोशी, अरविंद पंडित सहित अनेकानेक विशिष्टजनों की भी गरिमामय उपस्थिति रही.

Post a Comment

Previous Post Next Post