हालांकि इस फायरिंग में कितने लोग हताहत हुए हैं इसकी कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। चुराचांदपुर जिले का थोरबुंग इलाका सबसे संवेदनशील बना हुआ है।
इस हफ्ते की शुरुआत में चुराचांदपुर जिले में ही तोरबुंग बाजार इलाके में सशस्त्र उपद्रवियों ने कम से कम 10 घरों और एक स्कूल को जला दिया था।
पुलिस का कहना था कि दो दिन पहले हुए हमले के दौरान कथित तौर पर सैकड़ों महिलाओं के नेतृत्व में भीड़ ने कई राउंड फायरिंग की और स्थानीय स्तर पर बम बनाए थे। बता दें कि मणिपुर के अलग-अलग जिलों से अभी भी हिंसा की खबरें सामने आ रही हैं।
मंगलवार को कांगपोकपी जिले के सपरमीना में दो बसों को जलाने का मामला सामने आया था। पुलिस ने इस मामले में एक किशोर सहित नौ लोगों को गिरफ्तार किया था।
इससे पहले एक और घटना कांगपोकपी जिले के सापोरमीना में हुई थी जिसमें सुरक्षा बलों द्वारा कर्मियों को ले जाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दो बसों को भीड़ ने आग लगा दी थी। हालांकि दोनों घटनाओं में किसी के हताहत होने की खबर नहीं थी।
वहीं मणिपुर के मोरेह शहर में बुधवार को कई घरों में आग लगा दी गई और क्षेत्र में गोलीबारी की घटनाएं भी देखी गई। हालांकि सुरक्षाकर्मियों ने दोपहर तक स्थिति पर काबू पा लिया था।
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