फतुहा : जदयू के कई भागों में बांट जाने की संभावना बढ़ती जा रही है. सबसे पहले उपेंद्र कुशवाहा आ गए उनका कहना है कि मैं जदयू को सींचा है मुझे हिस्सा चाहिए. बताया जाता है कि आरसीपी सिंह भी अपना हिस्सा मांग रहे हैं कि मेरा जदयू को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका है.
तीसरे के बारे में बताया जाता है कि सतीश कुमार का कहना है कि नीतीश कुमार को मैंने मुख्यमंत्री बनाया है इसलिए मेरा हिस्सा चाहिए. चौथा प्रशांत किशोर हैं उनके बारे में बताया जाता है कि जदयू को सींचने में मेरी महत्वपूर्ण भूमिका है, मुझे भी हिस्सा चाहिए.
इन तमाम स्थितियों को देखते हुए यही कहा जा सकता है की शीघ्र ही जदयू विखंडित होकर समाप्त हो जायगी. नीतीश जदयू को बचा पाएंगे या नहीं, क्या इस तरह सत्ता में भागीदारी खत्म हो जाएगी. सबसे बड़ा गंभीर सवाल है नीतीश कुमार क्या करेंगे, क्या तेजस्वी यादव को सत्ता सौंप कर प्रधानमंत्री बनने के लिए देश का दौरा करेंगे.
यदि दौरा करेंगे तो नारा क्या होगा? क्या बिहार के तरह ही पूरे देश को जीरो टॉलरेंस (अपराध मुक्त), सुशासन (भ्रष्टाचार मुक्त), शराब मुक्त, तिलक दहेज मुक्त. क्या यह नारा नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री तक पहुंच जाएगा?