पाकिस्तान के अपदस्थ प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि राष्ट्रपति डॉक्टर आरिफ अल्वी जल्द ही प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से विश्वास मत हासिल करने के लिए कहेंगे. खान ने लाहौर में एक मीडिया वार्ता में कहा, "शहबाज शरीफ ने पंजाब में हमारी परीक्षा ली और अब यह साबित करने की उनकी बारी है कि उन्हें नेशनल असेंबली में बहुमत हासिल है या नहीं."
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान ने मुतहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान के संघीय गठबंधन में मतभेदों का हवाला देते हुए कहा, "पहले, शहबाज की विश्वास मत के जरिए परीक्षा ली जाएगी ... और बाद में हमारे पास उनके लिए अन्य योजनाएं हैं."
शहबाज सरकार की सहयोगी MQM-P ने कराची और हैदराबाद में स्थानीय निकाय चुनावों के मुद्दे पर पद छोड़ने की धमकी दी है. डॉ. अल्वी खान पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ से संबंधित हैं और शहबाज सरकार बहुत कम बहुमत पर चल रही है. एमक्यूएम-पी के नेशनल असेंबली में सात सदस्य हैं, अगर वह छोड़ने का फैसला करती है, तो शहबाज सरकार टिक नहीं सकती.
पीएमएल-एन के पंजाब के गवर्नर बलीगुर रहमान ने पीटीआई-पीएमएलक्यू के मुख्यमंत्री चौधरी परवेज इलाही से विश्वास मत मांगा था, जिसे उन्होंने प्राप्त किया और फिर पंजाब विधानसभा को भंग करने की सलाह दी. इमरान खान चाहते हैं कि संघीय सरकार मध्यावधि चुनावों की घोषणा करे और इस उद्देश्य के लिए उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी दो सरकारों पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा का त्याग कर दिया. खान को पिछले साल अप्रैल में अविश्वास मत के माध्यम से सत्ता से बेदखल कर दिया गया था.
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