पटना. बिहार में सरकार में शामिल राजद और जदयू के बीच नागालैंड में सियासी घमासान देखने को मिल सकता है. दरअसल, नागालैंड में दोनों दलों ने विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की है. इसके लिए दोनों पार्टियों की ओर से तैयारी की जारी है. चुकी अभी तक दोनों दलों में नागालैंड में साझा चुनाव लड़ने पर कोई सहमती नहीं बनी है, इस वजह से माना जा रहा है कि राजद और जदयू के उम्मीदवार एक दूसरे के खिलाफ भिड़ते दिख सकते हैं
दरअसल, नागालैंड में होने वाले विधानसभा चुनाव में राजद भी उमीदवार उतारेगी. राजद प्रत्याशियों का चुनाव प्रचार करने के लिए पार्टी नेता और बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी नागालैंड जाएंगे. नागालैंड में 27 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए राजद के राज्य प्रभारियों की ओर से तैयारी की गई है. पार्टी कितने सीटों पर चुनाव लड़ेगी इसका फैसला अगले सप्ताह हो सकता है. राजद नेता श्याम रजक ने शनिवार को कहा कि नगालैंड में राजद 11 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है. नागालैंड के राजद प्रभारी ने इसे लेकर रुपरेखा बताई है. 25 जनवरी को बिहार के कृषि मंत्री और राजद नेता कुमार सर्वजीत के नेतृत्व में एक प्रतिनिध मंडल नागालैंड जाएगा. उसके बाद यह किया जायगा कि राजद कितने सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी.
उन्होंने कहा कि जदयू के साथ मिलकर नागालैंड में चुनाव लड़ने पर फ़िलहाल कोई सहमति नहीं बनी है. इस मुद्दे पर हमारे नेता जदयू के नेतृत्व से बात कर सकते हैं. चुकी जदयू ने पहले ही घोषणा कर रखी है कि वह 60 सदस्यीय नागालैंड विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार उतारेगी. ऐसे में अगर राजद और जदयू दोनों ने किसी सीट पर एक साथ उम्मीदवार उतार दिया तो उनके बीच आमने सामने की भिड़ंत तय है.
सूत्रों के अनुसार जदयू की ओर से चुनाव प्रचार करने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जदयू अध्यक्ष ललन सिंह नागालैंड जा सकते हैं. मौजूदा समय में नगालैंड में नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी की सरकार है और नेफ्यू रियो मुख्यमंत्री हैं. एनडीपीपी 2017 में अस्तित्व में आई थी. एनडीपीपी ने तब 18 और बीजेपी ने 12 सीटें जीती थीं. दोनों दलों ने चुनाव से पहले गठबंधन किया था. भाजपा और एनडीपीपी ने संयुक्त बयान में कहा था कि NDPP 40 और बीजेपी 20 सीटों पर इस बार मिलकर चुनाव लड़ेगी. अब देखना होगा कि जदयू और राजद भी इसी तर्ज पर चुनाव लड़ते हैं या फिर दोनों दल अलग अलग चुनाव लड़ेंगे
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