कोरोना काल में आक्सीजन की कमी से जुझ रहे जिले के लिए राहत भरी खबर है। अब ऑक्सीजन की कमी से किसी भी मरीज का जान नहीं जाएगी। उपायुक्त सह जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार अध्यक्ष उमा शंकर सिंह की पहल पर सदर अस्पताल को दो ऑक्सीजन प्लांट मिले हैं। शीघ्र ही एक और प्लांट यहां लगाया जाएगा। इसकी जानकारी देते हुए उपायुक्त ने बताया कि कोरोना काल के दौरान उनकी कोशिश लगातार स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की रही थी। इसके लिए उन्होंने लगातार सरकारी स्वास्थ्य संस्थाओं में सुविधाओं की समीक्षा की। जिसके बाद कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सीएसआर) के तहत दो ऑक्सीजन प्लांट देने पर सहमित जतायी। आज दोनों प्लांट गुजरात के अहमदाबाद से यहां लाए गए हैं। एक सप्ताह के अंदर इसे इंस्टॉल कर दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि सदर अस्पताल में एक महीने के अंदर एक और ऑक्सीजन प्लांट आ जाएगा। साथ ही शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के कैथ लैब तथा अन्य सरकारी अस्पतालों में पीएसए ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने के लिए निविदा की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है और कार्यादेश जारी कर दिया है। शीघ्र ही वहां भी पीएसए ऑक्सीजन प्लांट इंस्टॉल हो जाएंगे। इस व्यवस्था के बाद संभावित तीसरी लहर के दौरान किसी भी आपात स्थिति से निपटने में जिला प्रशासन के साथ साथ स्वास्थ्य विभाग को भी काफी सहूलियत हो जाएगी।
सदर अस्पताल में मौजूद हर्ल के श्री विशाल थदानी ने बताया कि पीएसए ऑक्सीजन प्लांट के लिए कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर अरुण गुप्ता, साइट हेड हिम्मत सिंह चौहान, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट दिप्तेन रॉय का काफी सहयोग रहा। उन्हीं के प्रयास से दोनों प्लांट की आर्डर प्लेस करने के बाद समय सीमा में आपूर्ति सुनिश्चित हुई।
हर्ल ने यह कदम अपनी सोशल रिस्पांशबिलीटी के तहत किया है।
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