Cyclone Tauktae : गोवा के तट से टकराया, गुजरात की ओर बढ़ा टाक्टे, कई राज्यों में भारी बारिश की आशंका

दक्षिण पूर्वी अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान टाक्टे (Cyclone Tauktae) को लेकर कई राज्यों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक, यह गुजरात के वेरावल और पोरबंदर के बीच मांगरोल के पास तट से टकराएगा। आशंका जताई जा रही है कि महाराष्ट्र, केरल और गुजरात के तटों पर तीन दिनों तक इस चक्रवाती तूफान का असर देखने को मिल सकता है। विभाग के अनुसार, तूफान के दौरान 150 से 160 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।

गोवा के तट से टकराय

गुजरात में चक्रवाती तूफान टाक्टे को देखते हुए राज्य में NDRF की टीमें तैनात की गई हैं। NDRF गांधीनगर के डिप्टी कमांडेंट रणविजय कुमार सिंह ने बताया, "24 टीमें आज शाम तक अपनी जगह ले लेंगी जिसमें 13 टीमें बाहर से मंगाई गई हैं।" चक्रवात अभी गोवा के तट से टकराया है। वहां भारी बारिश हुई है और पेड़ गिरे हैं।

मौसम विभाग ने कहा है कि तूफान गुजरात के साथ केंद्रशासित दमन दीव और दादरा और नगर हवेली में तबाही मचा सकता है। तूफान के कारण केरल, तमिलनाडु में बाढ़ का खतरा पैदा होने के साथ कर्नाटक, गोवा और महाराष्ट्र में भारी बारिश होने की संभावना है।

विभाग के मुताबिक, अगले तीन दिनों में यह तूफान केरल, गोवा, गुजरात और महाराष्ट्र में कहर बरपा सकता है, इसलिए एनडीआरएफ की टीमों की तैनाती कर दी गई है। कुछ एयरलाइंस ने अपनी फ्लाइट्स प्रभावित होने की आशंका जताई है। वहीं, तटवर्ती इलाकों के निवासियों और मछुआरों को भी सतर्क कर दिया गया है।

टाक्टे तूफान पर तैयारियों की पीएम मोदी ने की समीक्षा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को भारत में आनेवाले 'टाक्टे' चक्रवाती तूफान की समीक्षा की और राज्यों में इसकी तैयारियों का जायजा लिया है। इसके लिए उन्होंने राज्यों, केंद्रीय मंत्रियों और संबंधित एजेंसियों के साथ बैठक की है। एक बयान जारी करके कहा गया कि प्रधानमंत्री मोदी ने तूफान आने के दौरान आवश्यक सेवाओं जैसे बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य और पानी आदि को तत्काल बहाल करने की पूरी तैयारी हो। इस उच्चस्तरीय बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल हुए।

मोदी ने शाह और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह अस्पतालों में कोविड प्रबंधन की विशेष तैयारियों को सुनिश्चित करें। प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि आक्सीजन टैंकरों की निर्बाध गतिविधियों को सुनिश्चित किया जाए। साथ ही, वैक्सीन की कोल्ड चेन और अन्य सुविधाओं जैसे पावर बैकअप और अन्य आवश्यक दवाइयों का पर्याप्त मात्रा में संग्रह किया जाए। प्रधानमंत्री मोदी ने निर्देशित किया कि नियंत्रण कक्ष हर वक्त काम करते रहें। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि जामनगर से आक्सीजन की आपूर्ति बाधित नहीं होने पाए। वक्त रहते राहत के उपाय करने के लिए स्थानीय समुदायों को भी शामिल किया जाए। 


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