बंगाल में मैदानी अभियान से लेकर टेबल रणनीति तक चाकचौबंद भाजपा, इन दिग्‍गजों ने संभाली कमान

बंगाल समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में भाजपा का जमीनी अभियान ही आक्रामक नहीं है बल्कि टेबल रणनीति में पीएम नरेंद्र मोदी भी दूसरे वरिष्ठों का पूरा साथ दे रहे हैं। चुनाव में भाजपा की ओर से झोंकी जा रही ताकत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि गुरुवार को असम और बंगाल में दो चुनाव रैलियों को संबोधित करने से पहले भी दिल्ली में हुई बैठक में वह खुद मोदी देर रात 12.30 बजे तक डटे रहे।

सुबह चार बजे तक मंथन 

भाजपा सूत्रों के अनुसार बंगाल के लिए 148 उम्मीदवारों की सूची जारी करने के लिए वरिष्ठ नेता सुबह चार बजे तक विचार-विमर्श में जुटे हुए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाम को ही भाजपा मुख्यालय पहुंच गए थे। चूंकि प्रधानमंत्री को बंगाल और असम में दो चुनाव रैलियों को संबोधित करना था, इसीलिए वह रात 12.30 बजे बैठक से चले गए। लेकिन गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा सुबह चार बजे तक पार्टी मुख्यालय में चर्चा करते रहे। 

इन दिग्‍गजों पर दारोमदार 

गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ कैलाश विजयवर्गीय, शिवप्रकाश, दिलीप घोष और मुकुल राय समेत बंगाल भाजपा के तमाम बड़े नेता मौजूद थे। यह सार्वजनिक है कि चुनाव से पहले लगभग सभी दलों में टिकट के लिए मारामारी भी है और असंतोष भी। बंगाल में भाजपा ने बड़ी संख्या में ऐसे लोगों को टिकट दिए हैं जो दूसरे दलों से आए हैं। 

एक-एक सीट पर मंथन 

दरअसल भाजपा केवल उन दावेदारों पर दांव लगाना चाहती है जो जिताउ हों। इसी लिहाज से बैठक में एक-एक सीट पर मतदाताओं के समीकरण और उसके हिसाब से संभावित उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा हुई। सभी पहलुओं पर विस्तार से चर्चा के बाद ही संबंधित सीट पर उम्मीदवार के नाम पर मुहर लगाई गई। बाद में पार्टी महासचिव अरुण सिंह ने इन सभी 148 उम्मीदवारों की औपचारिक घोषणा की।

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