Rameshwar Oraon Bihari - Marwadi Remarks झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रामेश्वर उरांव के विवादित बयान को लेकर सरगर्मी बढ़ गई है। कांग्रेस का एक धड़ा जहां इस मसले को लेकर सफाई देने में जुटा है, वहीं दूसरा पक्ष खिंचाई कर रहा है। भितरखाने कई नेताओं ने रामेश्वर उरांव के विवादित बयान को कांग्रेस के लिए घातक करार देते हुए पद से हटाने की मुहिम भी तेज की है।
रामेश्वर उरांव पर आरोप है कि उन्होंने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में कहा था कि रांची में बिहारी और मारवाड़ी आकर भर गए है। रविवार को प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष ने कोई गलत टिप्पणी नहीं की थी। उनका कहना था कि एक समय में इंफाल और रांची में आदिवासी बहुतायत में थे। इंफाल में आज भी आदिवासी बहुतायत में हैं, लेकिन रांची में बाहरी लोगों के बस जाने के कारण आदिवासियों की संख्या कम हो गई। इतनी सी बात को तूल दिया जा रहा है।
उन्होंने यह नहीं था कि ये लोग क्यों आकर बस गए। उधर प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष डा. अजय कुमार ने रामेश्वर उरांव के विवादित बयान पर कहा है कि यह उनकी व्यक्तिगत सोच हो सकती है। कांग्रेस का विश्वास जोड़ने में है। महगामा की विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने पहले ही रामेश्वर उरांव के बयान की आलोचना की है। भितरखाने भी कई नेताओं ने विवादित बयान पर एतराज जताते हुए आलाकमान को अवगत कराया है। इन नेताओं ने सचेत किया है कि इससे पार्टी को नुकसान होगा।
कांग्रेस की नीति है, बांटो और राज करो : भाजपा
भाजपा ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव के विवादित बयान पर आपत्ति जताई है। प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाडंगी ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा देश का बंटवारा किया है। कांग्रेस की राजनीति तोड़ने की रही है। समुदाय विशेष के खिलाफ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की टिप्पणी शर्मनाक है। सवाल उठाया कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष क्या नहीं जानते कि उनकी पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी विदेशी मूल की हैं। उन्हें उनके खिलाफ आवाज उठाना चाहिए। ऐसा नहीं कर वे दो समुदायों के खिलाफ लोगों को भड़का रहे हैं। कांग्रेस को बांटो और राज करो की नीति से बाज आना चाहिए।
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