पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि पुलिस को वामपंथी गतिविधियों के खिलाफ अलर्ट रहने की जरूरत है। ममता ने कहा कि राज्य में माओवादियों को सिर उठाने का मौका नहीं मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि पुलिस चौकस रहे और यह सुनिश्चित करे एक दशक पहले तक चरम वामपंथ का अड्डा रहे जंगममहल क्षेत्र में शांति बनी रहे।
उन्होंने पुलिस महानिदेशक वीरेंद्र को कभी माओवादियों के वर्चस्व वाले ग्रामीण और मुफस्सिल क्षेत्रों में संदिग्ध गतिविधियों की सूचना की पुष्टि करने के लिए नागरिक और ग्रीन पुलिस समेत विभिन्न सरकारी एजेंसियों को तैनात करने का निर्देश दिया है। पिछले ही महीने झारग्राम के बेलपहाड़ी में सीपीएम (माओवादी) की ओर से कथित रूप से लिखे गए पोस्टर मिले थे।
बनर्जी ने किसी का नाम लिए बिना कहा, ‘किसी राजनीतिक दल से जुड़े कुछ लोग समस्या पैदा करने के लिए पुराने माओवादियों के साथ कुछ दिन पहले जंगलमहल क्षेत्र में गए थे।’ उन्होंने झाड़ग्राम में प्रशासनिक बैठक में पुलिस महानिदेशक से कहा, 'यह सुनिश्चित करना आपकी जिम्मेदारी है कि धनबल का इस्तेमाल कर बंगाल में कोई अशांति खड़ा न कर पाए, पुलिस को और सक्रिय होना होगा।’
ममता बोलीं, माओवाद बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करूंगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार को झाड़ग्राम, बांकुड़ा, पुरुलिया और पश्चिम मिदनापुर के जंगमहल इलाके में उग्रवाद को कुचलने और शांति कायम करने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ी और ऐसे में पुलिस खुफिया सूचनाएं हासिल करने के लिए जिलों के अधिकारियों के साथ तालमेल से काम करें। उन्होंने कहा, ‘मैंने आपको (पुलिस को) सूचना दे दी है... वे किसी राजनीतिक दल से हैं। वे झाड़ग्राम में फिर मुसीबत खड़ी करने के लिए कुछ पुराने माओवादियों के साथ गए थे। मैं इसे बर्दाश्त नहीं करूंगी, क्षेत्र में शांति बहाल हो चुकी है और यह कायम रहनी चाहिए।’
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