महामारी के रूप में आये कोरोना ने समय का पहिया ऐसा घुमाया है कि दिन-रात छोड़ सब कुछ बदल गया है। अब चेहरे की खूबसूरती से ज्यादा महत्वपूर्ण उस पर लगा मास्क है। मास्क को लेकर लापरवाही बरतना पूरी तरह कोरोना के संक्रमण को दावत देने जैसा है। वैसे तो दुर्गापूजा की धूम और उत्साह का मुकाबला दूसरा कोई पर्व नहीं कर पाता है मगर संक्रमण के बढ़ते खतरे और कोर्ट के आदेश को देखते हुए इस बार मस्ती, उत्साह और धूम से ज्यादा जरूरी दो गज की दूरी और चार इंच का कपड़ा है। हर बार दुर्गापूजा के खास मौके पर मंत्रियों के कई प्लान होते हैं मगर इस बार ऐसा कुछ नहीं बल्कि ये खुद लोगों को समझदारी दिखाते हुए कोरोना के संक्रमण से सतर्क रहने की अपील कर रहे हैं, साथ ही मां दुर्गा से आशीर्वाद मांग रहे हैं कि चेहरे पर लगा मास्क जल्द उतर जाए।
एक साल पूजा न मनाकर सावधानी बरतें लोग
राज्य के बिजली मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने कहा कि पुरोहित होने के नाते अष्टमी के दिन मैं अपने पाड़ा की पूजा में आरती करूंगा। कोरोना के कारण स्थितियां काफी गंभीर हैं, इसलिए लोग इसे समझे और दूसरों को भी समझाएं। एक साल पूजा का उत्साह कम होने से कुछ आने-जाने वाला नहीं है।
समझदारी और सतर्कता की अपील करूंगी
स्वास्थ राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा कि पूजा में सावधानी सबसे अहम है इस बार। मैं खुद लोगों से बार-बार कह रही हूं कि नियमों को मानें। कोर्ट का निर्देश तो मानना ही होगा। प्रशासन भी अलर्ट है मगर जागरूकता लोगों में जरूरी है। इस बार जरा सी लापरवाही सभी पर भारी पड़ सकती।
पूजा इंजॉय करेंगे मगर घर में रहते हुए : फिरहाद
राज्य के शहरी विकास मंत्री व कोलकाता नगर निगम के प्रशासक फिरहाद हकीम ने कहा कि कोरोना है इसलिए नियम मानना जरूरी है। दूसरी तरफ दुर्गापूजा है जिसे सभी मौज-मस्ती भी करेंगे। थोड़ी सी समझदारी जरूरी है। लोग घर बैठे पूजा देखें और हम कोशिश करेंगे कि मां का भोग घर तक पहुंचा दें।
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