बिहार के दरभंगा में बाढ़ के बीच मना आजादी का जश्‍न, महिलाओं ने सीने तक पानी में घुसकर दी तिरंगे को सलामी


बिहार इन दिनों बाढ़ (Flood) व कोरोना (CoronaVirus) का संकट झेल रहा है। खास कर दरभंगा (Darbhanga) में हालात बेहद खराब हैं। लेकिन बाढ़ के संकट पर देशभक्ति (Patriotism) का जज्‍बा भारी पड़ा। वहां आंगनबाड़ी सेविकाओं (Anganbari Sewika) ने सीने व गर्दन तक पानी में घुसकर राष्‍ट्रध्‍वज (National Flag) को सलामी दी तो थाना (Police Station) में नाव (Boat) पर ही खड़े होकर तिरंगा (Tricolor) फहराया गया। दरभंगा में ही एक पैक्‍स कार्यालय (Pax Office) पर तिरंगा फहराने बुजुर्ग भी नाव पर पहुंचे और नाव से ही झंडोत्‍तोन किया। मुसीबतों के बीच उनके 'वंदे मातरम' के उद्घोष ने बता दिया कि इस ज्‍जबे के रहते कोई भारत का बाल भी बांका नहीं कर सकता है।

आंगनबाड़ी सेविकाओं ने पानी में घुसकर दी झंडे को सलामी

स्‍वतंत्रता दिवस के अवसर पर बिहार के दरभंगा जिले के बिरौल अनुमंडल मुख्‍यालय में आंगनबाड़ी सेविकाओं ने बाढ़ के पानी में प्रवेश कर तिरंगा फहराया। जिसने भी इस दृश्‍य को देखा, देशभक्ति के उनके जज्बे को सलाम करता नजर आया। सीने व गर्दन तक पानी में झंडे को सलरमी व उनके 'वंदे मातरम' के उद्घोष को देख कर लोग वाह-वाह कर उठे।

नाव पर गए और उसी पर खड़े हो थानध्‍यक्ष ने फहराया तिरंगा

दरभंगा के मोरो थाना परिसर में बाढ़ का पानी घुसा हुआ है। वहां पानी में भी पैदल चल कर जाना मुश्किल है। लेकिन स्‍वत्‍त्रता दिवस के अवसर पर थाना परिसर में तिरंगा न लहराए, ऐसा कैसे हो सकता था? इसलिए थाना अध्यक्ष जितेंद्र कुमार चौधरी नाव से थाना पहुंचे और नाव पर ही खड़े हो कर झंडा फहराया।

पैक्‍स पर झंडोत्‍तोलन करने नाव पी ही गए 25 बुजुर्ग

दरभंगा के हनुमाननगर प्रखंड में करीब पांच फीट पानी में डूबे सिनुआर पंचायत पैक्स भवन प्रांगण में नाव पर ही तिरंगा झंडा फहराया गया। वहां करीब 25 बुजुर्ग नाव के सहारे पहुंचे और झंडोत्‍तोलन किया।

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