बंगाल में कोरोना को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल जगदीप धनखड़ के बीच तना-तनी जारी है। अब राज्य में सत्ताधारी पार्टी तृणमूल ने राज्यपाल को भाजपा का प्रवक्ता बताया है। तृणमूल नेता व प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन ने उन पर भाजपा के प्रवक्ता होने का आरोप लगाया है।
गौरतलब है कि राज्य में कोरोना के कारण मरने वाले मरीजों के शवों का कथित तौर पर अपमानजनक तरीके से निपटारा किए जाने का एक वीडियो सामने आने के बाद धनखड़ ने व्यवस्था पर चिंता जताई थी जिसके बाद दोनों के बीच वाकयुद्ध शुरू हो गई। पुलिस ने वीडियो को बाद में फर्जी बताया, जिसने दावा किया कि ये शव कोविड-19 रोगियों के नहीं थे और ये अस्पताल के मुर्दाघर के लावारिस और अज्ञात शव थे।
तृणमूल के प्रवक्ता और राज्यसभा में पार्टी के नेता डेरेक ने सवाल खड़ा किया कि राज्यपाल क्यों कोरोना वायरस मुद्दे पर राज्य को निशाना बना रहे हैं। पहले वह ट्वीट करेंगे और अब टीवी पर भी बयानबाजी कर रहे हैं। वह अब आधिकारिक रूप से भाजपा के प्रवक्ता हैं। वह शव के वीडियो को कोरोना वायरस के मुद्दे से जोड़ रहे हैं। वह बंगाल को लेकर एकतरफा क्यों हैं? वह उस पर कोई सवाल क्यों नहीं करते, जो गुजरात या मध्य प्रदेश में हो रहा है, जहां जांच बंगाल की तुलना में बहुत कम हुई है। बलरामपुर की बात करें, तो वहां एक शव को कचरा वैन में ले जाया गया था, लेकिन वह इस पर कोई ट्वीट नहीं करते हैं।’
क्या है मामला
दरअसल, महानगर के एक शवदाह गृह का वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ लोग शवों को घसीटते हुए एक गाड़ी में डाल रहे हैं। वीडियो में जिस तरह से शवों के साथ गलत और अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है, उसको लेकर सोशल मीडिया में भी लोग तरह-तरह के सवाल उठा रहे हैं।
बंगाल में शवों को घसीटने के वीडियो पर घमासान
बंगाल में कोविड-19 के मरीजों के अंतिम संस्कार के लिए कोलकाता नगर निगम के वाहन में रखने के दौरान शवों को घसीटे जाने का भयावह वीडियो हाल में वायरल होने के बाद से इस पर सियासी घमासान जारी है। इस घटना को लेकर राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने निशाना साधते हुए बंगाल सरकार से माफी मांगने को कहा था। इसके साथ ही इस मामले में उन्होंने मुख्य सचिव व गृह सचिव के बाद अब कोलकाता नगर निगम के प्रशासक को भी तलब किया है। दूसरी ओर, सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कई सांसदों ने इस घटना पर राजनीति को लेकर राज्यपाल पर ट्विटर के जरिए हमला बोला। वहीं, राज्य के गृह विभाग ने भी ट्वीट करके इशारों में राज्यपाल पर निशाना साधा।
इधर, राज्यपाल धनखड़ ने एक ट्वीट में बताया कि कोलकाता नगर निगम के आयुक्त विनोद कुमार ने शवों के साथ बदसलूकी और अमानवीय व्यवहार पर उन्हें अपडेट दिया है। सभी 14 शवों के बारे में आयुक्त ने तथ्यों के साथ पूरी जानकारी दी है। राज्यपाल ने शुक्रवार को आयुक्त को तलब किया था। हालांकि राज्यपाल ने साथ ही कहा कि यह सब कुछ बेहद दिल दहला देने वाला है। इसलिए घटना के लिए राज्य सरकार को माफी मांगनी चाहिए। राज्यपाल ने ट्वीट में यह भी कहा कि उन्होंने कोलकाता नगर निगम आयुक्त के माध्यम से निगम के प्रशासक को भी उनसे मुलाकात करने के लिए बुलाया है। वह उनसे इस घटना के साथ-साथ एम्फन चक्रवात के बाद महानगर में हुई समस्याओं को लेकर भी चर्चा करेंगे।
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