कोरोना महामारी के बीच अब बैकों ने एफडी पर से ब्याज दरें काफी कम कर दी हैं। हालही में देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने सभी अवधियों के लिए एफडी पर 0.40 फीसदी या 40 बेसिस प्वाइंट्स की कटौती करने की घोषणा की थी। मई महीने में तो दो बार एसबीआई ने एफडी पर ब्याज दरें कम की थी। ब्याज दरों में कटौती का सीधा सा मतलब है कि अब ग्राहकों को पहले की तुलना में कम फायदा मिलेगा।
आजकल कम अवधि के एफडी पर ब्याज दरों का हाल कुछ ऐसा हो गया है कि बचत खाते की ब्याज दर इसके बराबर हो गई है या फिर ज्यादा। एसबीआई 7 से 45 दिन के एफडी अवधि के लिए 2.9 फीसदी जबकि 46 से 179 दिन के बीच 3.9 फीसदी ब्याज दे रहा है। जबकि बचत खाते पर 2.7 फीसदी ब्याज दे रहा है।
कोटक महिंद्रा और एचडीएफसी बैंक का भी हाल कुछ-कुछ ऐसा ही है। इन दोनों बैंकों में कम समय के एफडी की दरें बचत खाते की ब्याज दरों से भी कम हैं। बता दें कि वरिष्ठ नागरिकों को आम तौर पर दूसरों से 25 बेसिस प्वाइंट ज्यादा ब्याज दर मिलती है। हाल में सभी बैंकों का हाल लगभग कुछ ऐसा ही है।
पंजाब नेशनल बैंक की बात करें तो यह सात दिनों के एफडी की ब्याज दर से 25 बेसिस प्वाइंट ज्यादा दर बचत खाते को दे रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक डीबीएस बैंक की अर्थशास्त्री राधिका राव ने कहा कि डिपॉजिट रेट में कमी आमतौर पर कर्ज की ब्याज दर में बदलाव के पहले या बाद में की जाती है। उन्होंने आगे कहा कि बैंक इसके जरिए मार्जिन को बनाए रखने का प्रयास करता है।
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